जल्द सुनवाई के लिए आसाराम ने लगाई गुहार ,रेप केस में जेल में हैं बंद
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (हि स.)। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम ने गुजरात में चल रहे रेप के मामले में अपनी जमानत अर्जी पर जल्द सुनवाई की मांग की। आसाराम के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि इससे पहले कोर्ट ने दिवाली के बाद सुनवाई की बात कही थी। लेकिन यह मामला 4 जनवरी के लिए चला गया है।
जस्टिस एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने आसाराम के वकील को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेंशन करने का निर्देश दिया। आसाराम के वकील कल प्रधान न्यायाधीश के सामने फिर से जल्द सुनवाई की मांग करेंगे।
इससे पहले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट नेगांधीनगर कोर्ट में चल रही रेप केस की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। आसाराम ने मुकदमा धीमी गति से चलने की शिकायत की थी। जिस पर जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच ने गुजरात सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा था कि आसाराम के ट्रायल में इतनी देर क्यों हो रही है। कोर्ट ने कहा था कि रेप पीड़िता सबसे प्रमुख गवाह होती है और उसका ही बयान अभी तक क्यों नहीं हुआ है।
आसाराम की दलील थी कि अब तक रेप का आरोप लगाने वाली महिला का बयान कोर्ट में दर्ज नहीं हुआ है। आसाराम के खिलाफ गुजरात में ट्रायल कोर्ट की धीमी रफ्तार पर सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को निर्देश दिया था कि वो तय समय सीमा में ट्रायल पूरा करें। आसाराम की ओर से कहा गया था कि अब तक 93 गवाहों में से अब तक मात्र 30 गवाहों के बयान दर्ज किए जा सके हैं।
यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम को 2013 में गिरफ्तार किया गया था। 20 अगस्त 2013 को उनके खिलाफ जोधपुर आश्रम में यौन शोषण का मामला दर्ज कराया गया था। इसके अलावा सूरत की दो बहनों ने भी 2001 में आश्रम में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।