गोपेश्वर, 10 अगस्त (हि.स.)। नेशनल मिशन आॅन हिमालयन स्टडीज परियाजना के तहत गढवाल विश्व विद्यालय के वैज्ञानिकों ने चमोली जिले के सुदुरवर्ती गांव सितेल के राइका में एक कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने जड़ी बूटी की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए काश्तकारों को पांच हजार कुटकी के पौधे वितरित किए।
राजकीय इंटर कालेज सितेल में आयोजित कार्यशाला में बोलते हुए गढवाल विवि के वैज्ञानिक डा. बीके पुरोहित व डा. बीएस मेंगवाल ने बताया कि जैविक सरंक्षण के लिए जडी बूटी का कृषिकरण करना आवश्यक है, नहीं तो आने वाले दिनों में हिमालय में उगने वाली जडीबूटियां विलुप्त हो जायेंगी। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य दिगंबर सिंह ने कहा िकइस प्रकार के कार्यक्रमों से ग्रामीणों को काफी लाभ मिलता है। साथ ही जडी बूटियों के कृषिकरण से काश्तकार अपनी आर्थिकी को भी बढा सकते है। इस मौके पर गढवाल विवि के डा. राकेश भट्ट, डा. बी कुनियाल आदि ने अपने विचार रखे।