नई दिल्ली. दिल्ली रेलवे पुलिस ने अब्दुल हकीम को अपनी पत्नी मैसर जान की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. उसने ये हत्या 6 अगस्त को गाज़ियाबाद के नज़दीक चलती लोकल ट्रेन में गला घोंटकर की थी. मामले में सामने आया है कि आरोपी ने पूरी साजिश के तहत अपनी तीसरी पत्नी को मौत की नींद सुला दिया.
रेलवे डीसीपी डी के गुप्ता के मुताबिक, उत्तम नगर का रहने वाला आरोपी अब्दुल हकीम 6 जुलाई को अपनी पत्नी मैसर के पैर के इलाज कराने आनंद विहार बस अड्डे से हापुड के पास सिंभावली पहुंचा था. इलाज करवाने के बाद मुरादाबाद पैंसेजर से दिल्ली लौटते वक्त चलती ट्रेन में ही गाजियाबाद के नजदीक जैसे ही ट्रेन आउटर में रुकने के बाद मौका देखकर बोगी में गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने लाश को सीट पर लिटा दिया.
इस पूरी वारदात को काफी सोच-समझकर वारदात दिया गया क्योंकि उसे पता था कि बोगी पूरी खाली होती है. इस रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगे हैं. इस दौरान वह अपना फोन भी बंद रखता है ताकि उसे ट्रेस न किया जा सके.
वारदात को अंजाम देने के बाद वह कुछ देर तक वहीं बैठा रहा फिर विवेक विहार रेलवे स्टेशन उतर गया. फिर वह बस से पंजाबी बाग होते हुए अपने घर पहुंचा.
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आरोपी ने घर आकर अपना मोबाइल फोन ऑन किया और अपने रिश्तेदारों को पत्नी की गुमशुदगी की जानकारी दी. इतना ही नहीं अगले दिन यानी 7 जुलाई को मैसर की गुमशुदगी की रिपोर्ट उत्तम नगर पुलिस थाने में दर्ज करवा दी.
सोमवार रात जब ट्रेन पुरानी दिल्ली रेलवे के यार्ड में आकर रुकी, तब रेलवे स्टाफ ने लाश मिलने पर रेलवे पुलिस को जानकारी दी. इधर पुलिस लाश की शिनाख्त करने में जुटी थी और वहां आरोपी अपनी पत्नी की बीमा पॉलिसी क्लेम कर पैसे लेने की तैयारी में था.
हालांकि, इस बीच उसे जानकारी मिली की लाश नहीं मिलने तक बीमा की रकम मिलने में काफी समय लग जाएगा तो वह पत्नी की फोटो लेकर 23 जुलाई को खुद पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गया.
पुरानी दिल्ली रेलवे थाने की पुलिस ने मैसर जान की फोटो देख यार्ड में मिली लाश की शिनाख्त कर ली. अब तक पुलिस पति को पीड़ित समझ रही थी. 25 जुलाई को अब्दुल की मौजूदगी में ही मैसर जान का पोस्टमॉर्टम करवाया गया. 8 अगस्त को रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मैसर की हत्या गला दबाकर की गई है तो शक पति पर आकर टिक जाती है.
पुलिस के शक के आधार पर आरोपी पति से पूछताछ में उसने गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती के बाद उसने अपना गुनाह कबूल लिया.
पुलिस के मुताबिक पहले ही दो पत्नियों को तलाक दे चुका 45 साल का आरोपी पति तीसरी पत्नी के साथ भी ख़ुश नहीं था और उसे भी तलाक देना चाहता था. यही नही खुद आरोपी ने ही अपनी पत्नी की करीब 5 लाख रुपए का बीमा करवाया था और उसकी किश्त भी भर रहा था. बीमा की रकम पाने के लिए पूरी साज़िश को अंजाम दिया.