घर-घर यज्ञ व प्रतिजन वृक्ष से स्वच्छ होगा पर्यावरण: विनोद बंसल
नई दिल्ली, 05 जून (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर सोमवार को विहिप द्वारा एक बृहद पर्यावरण शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के उपरान्त विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा भारतीय संस्कृति का मूल मंत्र है। भारतीय दर्शन ही तो है जो समस्त विश्व को प्रकृति के भोग व दोहन से बचाकर समुचित उपयोग तथा उसकी संरक्षणवादी सोच की ओर ले जाता है। यही कारण है कि सिर्फ सनातन हिन्दू धर्म में पेड़-पौधों, नदियों-झरनों, सूर्य-चन्द्र, वन-उपवन तथा भूमि-वंदन की महत्ता है।
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उन्होंने कहा कि हम प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का उपयोग तो करें किन्तु उसके वर्धन की ओर भी सतत अग्रसर रहें। हमारी वैदिक परम्परा के अनुसार जब घर-घर में दैनिक यज्ञ तथा हर व्यक्ति का हर वर्ष बृक्ष होगा तो हमारे साथ पर्यावरण भी स्वस्थ होगा।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए दक्षिणी दिल्ली वेद प्रचार मंडल के प्रधान रविदेव गुप्ता ने कहा कि विश्व को ओजोन के विनाशकारी दुष्परिणामों से बचाना है तो वेदों में दी गई दैनिक यज्ञ तथा प्रकृति प्रेम की पद्धति को पुन: अपनाना होगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय निगम पार्षद राजपाल सिंह ने कहा कि हम अपने जीवन में अनेक बृक्षों का उपयोग करते हैं किन्तु यदि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक बृक्ष भी हर साल लगाए तो हम बढती पर्यावरण की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं।