गुजरात की तर्ज पर ,महाराष्ट्र में बनेगा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लिए स्वतंत्र संचालनालय
मुंबई, 31 मई : महाराष्ट्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लिए गुजरात की तर्ज पर स्वतंत्र संचालनालय की स्थापना की जाएगी। इस तरह का निर्णय बुधवार को महाराष्ट्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में लिया गया। इस बैठक में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, मुख्य सचिव सुमित मल्लिक, राहत और पुनर्वास विभाग के अपर मुख्य सचिव मेधा गाडगिल सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में आपदा के जोखिम को कम करने के कार्यक्रम के तहत टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीस) के मार्फत राज्य में तकरीबन 6 हजार अधिकारियों को प्रशिक्षण सहित क्षमता बढ़ाने के लिए अनुबंध को मंजूरी दी गई। इस कार्यक्रम पर सरकार दो करोड़ खर्च करने वाली है। इसी तरह राज्य में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर बढ़ती मौतों को देखते हुए बिजली गिरने को आपत्ति में शामिल करने को मंजूरी प्रदान की गई। इससे आकाशीय बिजली गिरने से मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार की तरफ से मदद मिल सकेगी।
दरअसल महाराष्ट्र में गांवों को बार-बार आपदाओं का सामना करना पड़ता है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 10 सूत्रीय कार्यक्रम के अनुसार आपदा-सक्षम गांव योजना क्रियान्वित किए जाने को भी प्राधिकरण ने मंजूरी दी है। इस योजना के तहत गांवों की जनता की क्षमता बढ़ाकर और प्रशिक्षण देकर उनमें जागृति पैदा की जाएगी, ताकि वे आपदा का पूरी मजबूती से सामना कर सकें।
आपदा प्रबंधन क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कृत करने की मंजूरी बुधवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी है।