गर्मी के दिनों में मोजा पहनने हो सकते हैं परेशान
नई दिल्ली (ईएमएस)। गर्मियों में काफी देर तक मोजा पहनने या बेहद कसा हुआ मोजा पहनना आपको परेशान कर सकता है। कई लोग सोते समय भी मोजा पहने रहते हैं। यह भी गलत है। पैरों को आराम देने के लिए रात में मोजा उतार कर ही सोएं. शरीर के हर हिस्से को काम करने के लिए ब्लड की जरूरत पड़ती है। बेहद टाइट मोजा पहनने से पैरों की नसें दब जाती हैं। दबी हुई नसों में रक्त संचार सही तरीके से नहीं हो पाता। इसकी वजह से पूरे शरीर का रक्त संचार प्रभावित होता है। पैरों-एड़ियों में दर्द, झनझनाहट, सूजन या भारीपन इस बात का संकेत है कि आपने बेहद कसा मोजा पहन रखा है।
इससे कई बार बेचैनी महसूस हो सकती है। दिनभर मोजा पहनने से एड़ी के हिस्से में खून कम पहुंच पाता है। इस वजह से कई बार एड़ी सुन्न पड़ जाती है और पैर काम करना बंद कर देते हैं।शरीर के किसी हिस्से में तरल पदार्थ का एक जगह जमना और उससे उस हिस्से में सूजन आना, एडीमा का लक्षण है। इसमें तरल पदार्थ त्वचा के नीचे के ऊतकों के बीच की खाली जगह में जम जाता है। इसकी वजह से उस हिस्से में सूजन आ जाती है। यह सूजन एड़ी से धीरे-धीरे ऊपर बढ़ने लगती है। इससे पैर सुन्न होने लगते हैं। इसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए। पैरों से निकलने वाला पसीना मोजा ही सोखता है।
देर तक मोजा पहने रहने से या कसा मोजा पहनने से ये पसीना सूख नहीं पाता। इससे नमी के कारण मोजे में बैक्टीरिया और विषाणु पैदा हो जाते हैं जिससे फंगल इंफेक्शन हो सकता है। अमूमन काफी देर तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने या खड़े रहने से पैर सुन्न होने की शिकायत होती है। अगर ऐसा न होने के बावजूद पैर सुन्न हो रहे हों, तो यह मोजे की गड़बड़ी का संकेत भी हो सकता है।