‘क्लीन माई कोच’ सुविधा 800 ट्रेनों में उपलब्ध , इस तरह से बुलाये सफाईकर्मी को …..
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नई दिल्ली, 21 दिसम्बर: स्वच्छ भारत अभियान के तहत शुरू की गई ‘क्लीन माई कोच’ की सुविधा वर्तमान में 800 रेलगाड़ियों में उपलब्ध है। वहीं ‘कोच मित्र’ सेवा 140 से अधिक ट्रेनों में उपलब्ध है। रेलवे ने चलती गाड़ी यात्रियों को सफाई की आवश्यकता महसूस होने पर तुरन्त उसके लिए इंतजाम के तौर पर रेलवे ने मार्च 2016 में यह सुविधा शुरू की थी। इसमें यात्री को अपने मोबाइल से एक विशेष नंबर पर रेलगाड़ी, बोगी और सीट नंबर लिखकर भेजना होता है। संदेश भेजे जाने के कुछ समय बाद ही सफाईकर्मी कोच में पहुंचकर गंदगी साफ करते हैं।
बजट 2017-18 में विभिन्न नई पहलों की घोषणा की गई थी, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ वर्ष 2019 तक सभी विद्यमान बड़ी लाइन कोचों में ‘क्लीन माई कोच’ और ‘कोच मित्र सेवा’, स्टेशनों का पुनर्विकास और जैव शौचालय लगाने की पहलों की लोकसभा की रेल संबंधी स्थायी समिति ने सराहना की है। रेल मंत्रालय का कहना है कि रेलगाड़ियों में सफाई व्यवस्था उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। गाड़ियों में लंबी दूरी, पर्यावरण संबंधी स्थितियां, अनियंत्रित उपयोग और यात्रियों की आदतें जैसे विभिन्न कारणों के चलते यह सदैव एक भगीरथ कार्य रहा है। सफाई एक नश्य कार्य भी है क्योंकि वह स्थान, सवारी डिब्बा जिसकी सफाई की गई है, वह किसी भी समय गंदा हो सकता है अत: इसके लिए आवधिक रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए।
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समिति ने कहा है कि वित्त मंत्री के 2017-18 बजट भाषण में क्लीन माई कोच सेवा को अब कोच मित्र सुविधा के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है। इसमें आरक्षित सवारी डिब्बों में यात्रा कर रहे यात्रियों की सफाई, कीटनाशन, लिनने, गाड़ी में रौशनी, वातानुकूलन और सवारी डिब्बों में पानी की व्यवस्था जैसी कोच संबंधी सभी जरूरतों को रजिस्टर करने के लिए एकल खिड़की सुविधा होगी। इसमें विगत में मुहैया कराई जा रही केवल सफाई सेवाओं के अलावा यात्रियों की अतिरिक्त संभावित जरूरतों को पूरा करने के लिए बैक एंड सपोर्ट की व्यवस्था की जरूरत होगी। कोच मित्र सुविधा 140 से अधिक गाड़ियों में शुरू कर दी गई है। (हि.स.)।