कोरोना काल में कई सामाजिक संस्थाओं ने आगे आकर बढ़ाया मदद का हाथ
नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। कोरोना काल में कई सामाजिक संस्थाओं ने आगे आकर लोगों की मदद की है इसमें से एक नाम शिविंग एनजीओ का भी रहा है जिसने रामानंद सागर फाउंडेशन के साथ मिलकर जरूरी सामग्री और डॉक्टरी सहायता लोगों तक पहुंचाई है। जल्द ही यह संस्था योग दिवस से कोरोना के बाद की स्थिति में खुद और अपनों को संभालने से जुड़ी काउंसलिंग करने जा रही जिसमें कई ख्याति प्राप्त व फिल्मी हस्तियां शामिल होंगी।
शिविंग के चीफ ऑफिसर प्लानिंग शिवेन्द्र पांडे ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान महिलाओं से जुड़े विषयों में काम करने वाली उनकी एनजीओ ने लोगों की मदद के लिए काम शुरू किया। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से मदद के अनुरोध पर समाधान मुहैया कराने शुरू किए। लोगों के लिए बेड व्यवस्था कराना, उन्हें डॉक्टरी परामर्श दिलाना इत्यादि।
इसके बाद शिविंग की जनसंपर्क अधिकारी शुभांगी मिश्रा ने बताया कि कोरोना काल में करीब 2000 लोगों की उन्होंने विभिन्न माध्यमों से मदद की। 100 के करीब लोगों को प्लाज्मा डोनर तक पहुंचाया है और उससे जुड़ा खर्च उठाया है। 200 के करीब लोगों को अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध करायें हैं। इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, दवा, खाने-पीने की सामग्री और काउंसिंग शामिल रही। शिवेन्द्र बताते हैं कि उन्होंने कई डॉक्टरों से संपर्क किया और उनकी मदद ली। इस कार्य में आर्थिक और अन्य माध्यम से मदद के लिए रामनंद सागर फाउंडेशन और डॉ प्रदीप सेठी व अरिका बंसल आगे आए हैं।
शिविंग एक सामाजिक संस्था है जो महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जागरुकता पैदा करने के लिए पिछले 8 वर्षों से जमीनी स्तर पर काम कर रही है। अब कोविड काल में इसकी ओर से एक सेवियर रूम बनाया गया है जो लोगों की मदद कर रहा है। शुभांगी मिश्रा का कहना है कि इस काम में काफी धन खर्च होता है और वह लोगों से अपील करते हैं कि उनके पेज (https://www.ketto.org/fundraiser/help-india-breathe-be-a-saviour) के माध्यम से लोग आगे आकर इनकी आर्थिक सहायता कर इस कार्य में अपना योगदान दें।
अपनी आगे की योजना का जिक्र करते हुए शुभांगी मिश्रा ने बताया कि उनका एनजीओ विश्व योग दिवस 21 जून से अपनों को खोने वाले तथा बीमारी से उबरने वाले लोगों की मदद करने जा रहे हैं। इसके लिए कई ख्याति प्राप्त हस्तियों जिसमें फिल्म और खेल जगत की हस्तियां भी शामिल है से संपर्क किया जा रहा है। उनके माध्यम से इन लोगों को सामुदायिक केंद्रों पर एकत्र कर आगे जीवन में सकारात्मक सोच अपनाते हुए कार्य करने की प्रेरणा देने की कोशिश की जाएगी।