केरल में कलेक्टर के रोक के बावजूद मोहन भागवत ने फहराया तिरंगा
पलक्कड़, 15 अगस्त : 71वें स्वत्रंतता दिवस के अवसर पर केरल के पलक्कड़ जिले के एक स्कूल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कलेक्टर के रोक के बावजूद ध्वजारोहण किया। जिला कलेक्टर ने स्कूल प्रबंधन को मेमो जारी कर मोहन भागवत को ध्वजारोहण करने से रोकने का प्रयास किया था।
दरअसल पलक्कड़ जिले के करनाकियामम स्कूल के प्रबंधन ने कई महीने पहले संघ प्रमुख से 71वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्कूल में आयोजित किए जाने वाले समारोह में ध्वजारोहण करने का अनुरोध किया था। तय कार्यक्रम के मुताबिक संघ प्रमुख इसके लिए सोमवार शाम को ही वहां पहुंच गए। इसकी भनक लगने पर सरकार और जिला प्रशासन फौरन हरकत में आये और देर रात कलेक्टर ने स्कूल प्रबंधन को मेमो जारी कर कहा कि कोई राजनीतिक व्यक्ति सरकार से सहायता प्राप्त स्कूल में भारतीय ध्वज नहीं फहरा सकता है। केवल निर्वाचित जनप्रतिनिधि अथवा शिक्षक ही ध्वजारोहण कर सकता है।
यह भी पढ़े : स्वतंत्रता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ पर PM मोदी ने अपने भाषण में कही ये 10 बड़ी बातें
हालांकि भाजपा ने कलेक्टर के इस आदेश को गैर-जरूरी बताया और कलेक्टर के आदेश को दरकिनार कर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को स्कूल में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराया। भाजपा और आरएसएस का कहना है कि झंडा कोड के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर कोई भी स्कूल में ध्वजारोहण कर सकता है। वहीं आरएसएस की केरल इकाई ने कलेक्टर के नोटिस को कानूनी तौर पर चुनौती देने का भी निर्णय लिया है। आरएसएस ने पहली बार 2002 में नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में तिरंगा फहराया था।
यह भी पढ़े :स्वतंत्रता दिवस पर PM ने लांच की वीरता पुरस्कार विजेताओं के लिए वेबसाइट
केरल में वाम मोर्चा कार्यकर्ताओं द्वारा संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं पर आए दिन हमले होते रहते हैं और संघ तथा भाजपा उन हमलों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। राज्य में भाजपा और संघ की बढ़ती पैठ से राज्य सरकार घबराई हुई है। संघ प्रमुख को ध्वजारोहण करने से रोकने के इस ताजा मामले को भी उसी पृष्ठभूमि से जोड़ कर देखा जा रहा है।