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कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने में छात्र करें योगदान : राष्ट्रपति

नई दिल्ली, 10 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व प्रबंधन की शिक्षा पूरी कर चुके छात्रों का आह्वान किया कि वे देश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को विकसित करने एवं विस्तार देने में अपनी प्रभावशाली भूमिका तय करें। श्री कोविंद ने कहा कि उनके सहयोग से निर्माण व सेवा क्षेत्र की भांति देश में कृषि क्षेत्र भी आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सकेगा। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को सोनीपत (हरियाणा) में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विकसित होने की अपार संभावनाओं के मद्देनजर खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता की अत्यधिक मांग है। खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता की शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थी असंगठित कृषि क्षेत्र को संगठित करने व आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने की दिशा में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को विकसित करने में अपनी सक्रिय भूमिका तय करें। 

राष्ट्रपति ने कृषि कार्य को तपस्या की संज्ञा देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग व उद्यमशीलता के साथ जोडऩे की दिशा में सरकार द्वारा नीतिगत कार्य किये गये हैं। कृषि क्षेत्र के विकास के लिए खाद्य श्रंखलाओं के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का प्रयोग व उपयोग आवश्यक है। इस दिशा में खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता क्षेत्र की शिक्षा व अनुसंधान से जुड़े संस्थानों की महती भूमिका होगी। 

उन्होंने कहा कि भारत में पर्याप्त रूप से दुग्ध उत्पादन, अनाज उत्पादन, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन व मांस उत्पादन होने के परिणामस्वरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विकसित होने व विस्तारित होने की अपार संभावनाएं हैं। खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े निफ्टम जैसे संस्थानों का सामाजिक संदर्भ भी उभरकर सामने आया है। इस श्रेणी के संस्थानों और इन संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र व किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में अहम योगदान रहेगा। 

स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने उपाधियां प्रदान की। निफ्टम के प्रथम दीक्षांत समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा पूर्ण कर चुके 540 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। 

हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह संस्थान (निफ्टम) वास्तव में ही मेक इन इंडिया व स्टार्ट अप इंडिया का कार्य कर रहा है। राज्यपाल ने खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता की शिक्षा पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विकास व कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने में अपनी महत्ती भूमिका निभाते हुए राष्ट्र की अपेक्षाओं को पूर्ण करने में अपना योगदान देने की अपेक्षा की। 

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं उद्यमशीलता क्षेत्र को क्रमबद्ध व योजनाबद्ध रूप से विकसित करने के लिए नए कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विस्तार की दिशा में 14 बिलियन डालर के समझौते हुए हैं। हरियाणा व पंजाब क्षेत्र की कृषि उत्पादकता का जिक्र करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की जनता को शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं उद्यमशीलता को विस्तार दिया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री ने इस क्षेत्र को विकसित करने में खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व प्रबंधन की शिक्षा पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों से उनकी सक्रिय भूमिका की अपेक्षा की। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि शिक्षा पूर्ण कर चुके विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण की दिशा में उनके संबंधित क्षेत्रों में योगदान देने का संकल्प लें। राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान के कुलपति डॉ चिंदी वासुदेवप्पा ने अपने संबोधन में निफ्टम का प्रगति विवरण प्रस्तुत किया। 

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