कासगंज के बाद अब एटा की फिजां खराब करने के प्रयास
एटा, 02 फरवरी (हि.स.)। जिले को साम्प्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने वाले असामाजिक तत्व अब एटा को अपना निशाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं। बीते 24 घंटों में एटा नगर व अलीगंज नगर में घटी दो घटनाएं कुछ ऐसा ही संकेत दे रही हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एटा की घटना को सामान्य तथा अलीगंज की आग को मोमबत्ती से लगी आग बताया जा रहा है।
एटा नगर में राष्ट्रीय राजमार्ग जीटी रोड पर दीनदयाल उपाध्याय चौक पर एक ओर नगर का प्रख्यात देवी मंदिर है। यहां किसी असामाजिक तत्व द्वारा इस्लामी हरा झंडा लगाकर यहां के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गयी है। इस सम्बन्ध में एएसपी संजय यादव से बात करने पर पहले तो उन्होंने मामले से ही अनभिज्ञता दिखाई फिर कोतवाली नगर प्रभारी पंकज मिश्र से जानकारी कर सूचित किया गया कि वहां इस्लामी झंडा नहीं किसी महिला द्वारा दी गयी हरी चुनरी लहराई गयी जिसे सूचना के बाद पुलिस द्वारा उतरवा दिया गया है।
वहीं गुरूवार की रात करीब 11.00 बजे अलीगंज के मेवाती मुहल्ला स्थित इमामबाड़े में लगी आग के विषय में एएसपी का कहना है कि यह आग वहां गुरूवार को जलाई जानेवाली मोमबत्तियों से लापरवाही वश लगी है। इसे बुझा दिया गया है तथा लोगों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है।
जानकारों के अनुसार संभव है दोनों घटनाएं आकस्मिक ही हों किन्तु हाल में ही कासगंज में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस को इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये किसी योजना का हिस्सा भी हो सकती हैं। कासगंज के अमापुर कस्बे में एक धर्मस्थल की बाहरी बाउण्ड्री के कंगूरे तोड़ यह कोशिश की ही जा चुकी है।