कानून बनने से पहले बूचड़खानों पर सतर्क हुई पुलिस, छापेमारी शुरू .
Uttar Pradesh.कानपुर, 21 मार्च = सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बूचड़खानों को लेकर उठाए जाने वाले सख्त कदम से पहले पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। जनपद में इसका असर भी देखा गया। देर रात कर्नलगंज थाना पुलिस ने इलाके में चल रहे चार बूचड़खानों पर छापेमारी की। पुलिस की माने तो कार्रवाई के दौरान बूचड़खानों पर ताला लटका पाया गया है।
बूचड़खानों को लेकर प्रदेश की नई सरकार द्वारा कड़े कदम उठाने की सुगबुगाहट से पुलिस प्रशासन में बैचेनी है। बदली सत्ता में पुलिस को थाना क्षेत्रों में चल रहे बूचड़खानों की शिकायत मिलने पर कार्यवाही का डर सताने लगा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इन कत्लखानों को लेकर उठाए जाने वाला कठोर कदम को भांपते हुए कानपुर पुलिस अलर्ट हो गई है। देर रात जनपद के कर्नलगंज थाना क्षेत्र सहित शहरी इलाकों में आने वाले चार बड़े बूचड़खानों में पुलिस ने छापेमारी की। भारी पुलिस फोर्स ने यहां पर जांच पड़ताल की। इनमें बकरमंडी स्थित कमेला स्लाटर हाउस व ढाल पर बने बूचड़खाना शामिल है।
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यहां पर प्रतिबंधित जानवर की आशंका को देखते हुए जानवरों के बाड़े को भी देखा गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सभी बूचड़खाने बंद पाए गए हैं। वहीं जांच में कोई प्रतिबंधित जानवर भी नहीं मिला है। पुलिस की इस सतर्कता के बाद माना जा रहा है कि जिन थाना क्षेत्रों में स्लाटर हाउस व बूचड़खाने हैं, उनकी वास्तविकता जांचने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन स्तर पर कार्रवाई किए जाने की आशंकाएं तेज हो गई है।
बताते चलें कि शपथ ग्रहण करते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ बैठक करते हुए अवैध बूचड़खानों को बंद किए जाने को लेकर कानून बनाने की बात कही गई है।