नई दिल्ली (ईएमएस)। पांच सौ से अधिक सरकारी और गैर-सरकारी वेबसाइटों को हैक करने के आरोप में गिरफ्तार पाक समर्थित कश्मीरी हैकरों ने एक और खुलासा किया है। यह हैकर्स न केवल वेबसाइट और फेसबुक अकाउंट हैक करते थे बल्कि इन्होंने वॉट्सऐप नंबरों को भी हैक करने की बात स्वीकार की है। उन्होंने दावा किया कि इन्होंने कई लोगों के वॉट्सऐप अकाउंट हैक किए हैं। उन्होंने हैक करने के लिए बाकायदा रेट लिस्ट बना रखी थी। जिस सोशल मीडिया एकाउन्ट को हैक करना होता था, उसी के हिसाब से चार्ज लेते थे।
इसके लिए चार्ज बहुत अधिक नहीं रखे गए थे। दिल्ली पुलिस के साइबर सेल सूत्रों से मिली इस जानकारी में बताया गया है कि गिरफ्तार हैकर शाहिद मल्ला (28) और आदिल हुसैन तेली (21) में शाहिद ने यह रेट लिस्ट निकाली थी, जिसे उसने ऑनलाइन समूहों में सेंड कर रखी थी। उसने वॉट्सऐप को हैक करने के लिए 2500 रुपये फीस रखी थी, जबकि कंप्यूटर हैक करने के लिए चार हजार फीस थी। फोन के लिए पांच हजार रुपये और वेबसाइट को हैक करने के लिए 10 हजार रुपये लिए जाते थे। कुछ हैकिंग यह पाकिस्तानी साइबर आर्मी के कहने पर करते थे तो कुछ काम अपने लिए भी करते थे।
पूछताछ और इनके लैपटॉप और मोबाइल फोन की जांच-पड़ताल करने के बाद पता लगा है कि दोनों कम से कम 10 पाक हैकर्स के संपर्क में थे। इनमें से कुछ काफी खतरनाक नामों का भी पता लगा है, जो पाकिस्तानी साइबर आर्मी (पीसीए) के अहम सिपहसलार बताए गए हैं। इन लोगों का काम ही भारत में अशांति फैलाने का है। खासतौर से कश्मीर में जहां यह किसी भी कीमत पर शांति बहाल नहीं होने देना चाहते थे।
इस काम को पाकिस्तानी साइबर आर्मी पाकिस्तान से या कहीं ओर से भी कर सकती थी। लेकिन इसके लिए उन्हें कश्मीरियों की ही जरूरत थी। ताकि कश्मीरी-कश्मीरी पर भरोसा करके उनके जाल में फंसकर देश के खिलाफ होने लगें।
इसके लिए यह सरकार और प्राइवेट वेबसाइट हैक करके उनमें भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाली बातें लिखते थे। इस मामले में साइबर सेल ने कम से कम एक और शख्स को हिरासत में लिया है। इसके अलावा दिल्ली में बैठे इनके कुछ लोगों के बारे में जानकारी मिली है। जल्द ही सेल को इनकी गिरफ्तारी करने के रूप में सफलता मिलने की उम्मीद है।