करनी सेना की धमकी : हिन्दुस्तान में कहीं भी किसी भी हालत में रिलीज नहीं होने देंगे फिल्म ……..
नई दिल्ली, 05 जनवरी : सामाजिक संगठन राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह शेखावत ने शुक्रवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम फिल्म को हिन्दुस्तान में कहीं भी किसी भी हालत में फिल्म पद्मावती को रिलीज नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम अब तक लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करते आए हैं, सरकार हमें हिंसात्मक होने पर मजबूर न करे। सुखदेव सिंह ने कहा कि आज से हम पूरे 19 राज्यों में इसका विरोध शुरू कर रहे हैं। सरकार अब तक इस पर चुप क्यों है? वह फिल्म को हरी झंडी क्यों दे रही है? साथ उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी)ने चुप्पी क्यों साध रखी है?
सुखदेव सिंह ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, स्मृति ईरानी और राज्यवर्धन सिंह राठौर को उनके पदों से हटाने की भी मांग की। उन्होंने प्रसून जोशी पर आरोप लगाया कि वह यह फिल्म रिलीज कर फिल्म व्यापारियों को फायदा दिलवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि क्या प्रसून जोशी इतिहास और हमारी संस्कृति का मजाक उड़ाकर फिल्म व्यापारियों को फायदा पहुंचाएंगे। सुखदेव सिंह ने कहा कि संजय लीला भंसाली के ऊपर राजद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं चलाया जा रहा है?
उन्होंने मोदी सरकार पर भी आरोप लगाया कि हमें अश्वासन दिया गया था कि फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे तो सरकार किसके दबाव में आकर फिल्म को रिलीज करने की बात कर रही है। सरकार ने हमारे साथ वादाखिलाफी की है।
उल्लेखनीय है कि फिल्म पद्मावती की शूटिंग के समय से ही राजपूत करणी सेना इसका विरोध कर रही है। उसका कहना है कि इस फिल्म में उनकी रानी पद्मावती की छवि को खराब किया जा रहा है। साथ ही उनका कहना था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच गलत सीन दिखाए गए हैं, यह राजपूत घराने का अपमान है। करणी सेना का पद्मावती पर फिल्माया गाना घूमर को लेकर भी विरोध था कि जिस तरह से एक रानी को फिल्म में लटके झटके मारते दिखाया गया है वो बिल्कुल गलत है, क्योंकि राजघराने की महिलाएं इस तरह से नाच गाना नहीं किया करती थाी। ये साफ हमारी भारतीय संस्कृति और इतिहास को बदनाम किया जा रहा है। हाल ही में फिल्म को रिलीज करने के लिए शर्त रखी गई थी कि फिल्म का शीर्षक पद्मावती से पद्मावत करे और फिल्म के डिस्कलेमर में लिखे कि यह फिल्म काल्पनिक है। (हि.स.)।