एक तरफ पति का जनाजा निकल रहा था दूसरी तरफ पत्नी ने दिया बेटे को जन्म .
संजय सिंह ठाकुर,22 जुलाई ( palghar jila) : पालघर में शिंदे का परिवार उस समय संकट में पड गया जब एक तरफ किरण शिंदे का जनाजा निकल रहा दूसरी तरफ उसकी पत्नी एक बेटे को जन्म दे रही थी .इस घटना को जो भी सुना वह हैरान रह गया .
दरसल मामला कुछ इस प्रकार है बताया जा रहा है पालघर कोर्ट के सामने रहने वाला किरण सुनील शिंदे (25 ) मंगलवार की रात में टाटा आयशर टैम्पो लेकर मनोर की तरफ से पालघर आरहे थे उनके टैम्पो में बिल्डिंगो में सिलैप डालने वाले कुछ मजदुर भी थे .टैम्पो में कुछ दिक्कत आने के कारण टैम्पो का इंजन गर्म हो गया था जिसके कारण किरण शिंदे ने टैम्पो को पालघर मनोर सडक पर स्तिथ नंडोरे नाके के पास सडक के किनारे खड़ा करके टैम्पो का इंजन ठंडा होने का इंतजार कर रहे थे .
उसी दरमियान पालघर एस.टी. बस वर्क शाप से एक एस.टी. बस सर्विस होकर वसई के लिए रवाना हुई और एस.टी. बस चालक ने नंडोरे नाके के पास सडक के किनारे खडे टैम्पो को जोर दार टक्कर मार दी .यह टक्कर इतना भयानक था कि टैम्पो के केबिन के परखच्चे उड़ गए .जिसमे टैम्पो ड्राइवर सुनील शिंदे बुरी तरह जख्मी हो गए उन्हें आनन फानन में पालघर सरकारी अस्पताल में लाया गया लेकिन कुछ ही मिनटों में उन्हों ने दम तोड़ दिया .
उस समय उनकी पत्नी दुर्गा (20 साल ) अपने मायके मनमाड के नांदगाँव गई हुई थी .पति के एक्सीडेंट की खबर सुनते ही वह अपने माँ ,बाप ,भाई और रिश्तेदारों के साथ पालघर के लिए रवाना हो गई लेकिन डिलेवरी की तारीख पास होने के कारण वह पालघर नहीं पहुँच पाई उन्हें रास्ते में ही काफी दर्द होने लगा जिसके कारण उन्हें वाडा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उन्हों ने एक बेटे को जन्म दिया . इधर ससुराल के लोग और उसके पति की लाश उसके आने का इंतजार कर रही थी लेकिन जब ससुराल के लोगो को इस घटना के बारे में पता चला तो उन्हों ने किरण शिंदे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया .शिंदे परिवार के लिए यह एक ऐसी घडी थी की उनके एक आख में आंसू थे तो दूसरी आँख में ख़ुशी .कहते है की बिधि का विधान कोई बदल नहीं सकता शायद शिंदे के परिवार की हालत देखने के बाद ऐसा ही लगता है एक तरफ एक बेटे का जनाजा निकल रहा दूसरी तरफ एक बेटा जन्म ले रहा था .
अब इस पत्नी और बेटे को आखिरी तक यह मलाल रहेगा की वह आखरी समय अपने पति को देख नहीं पाई और बेटे को की जिस दिन उसने जन्म लिया उस दिन उसके पिता का जनाजा निकल रहा था और उसका पिता आपने इस बेटे का मुह नहीं देख पाया .पत्नी को उसकी हालत देखते हुए उसे उसके पति के मरने की खबर नहीं दी गई है . उसे बतया गया है की उसका पति जख्मी है और उसका इलाज शुरू है .हालांकि की लोगो का कहना है कि किरन जब करीब 4 साल का था उस दरमियान उसके पिता सुनील की भी एक सडक हादसे में मौत हो गई थी .
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