एएमयू में फायरिंग-लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक छात्र घायल
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अलीगढ़ (ईएमएस)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में जिन्ना की फोटो पर जारी विवाद ने बुधवार को उस समय गर्मी पकड़ ली जब हिंदू जागरण मंच और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एएमयू इंतजामिया का पुतला फूंका, फिर परिसर में घुसकर सुरक्षा जवानों से मारपीट की। प्रदर्शनकारी जब थाना सिविल लाइंस की ओर जाने लगे तो पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। आंसू गैस के गोले दागे और रबर बुलेट भी चलाईं। इसमें एक दर्जन से अधिक छात्रों के घायल होने की खबर है।
उधर लाठीचार्ज के विरोध में छात्र एएमयू के मुख्य गेट (बाब-ए-सैयद गेट) पर धरने पर बैठ गए। एएमयू के यूनियन हॉल में मो. अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर पिछले दो दिनों से माहौल गरमाया हुआ है। जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग को लेकर दोपहर करीब 1:30 बजे हिन्दू जागरण मंच और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आधा दर्जन कार्यकर्ता सर्किल पर जा पहुंचे और एएमयू इंतजामिया का पुतला फूंका। तभी एएमयू के सुरक्षा कर्मियों ने कार्यकर्ताओं को दबोच लिया और एएमयू परिसर में ले गए। आरोप है कि वहां पर कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता की गई। इसके बाद पुलिस ने सभी को थाना सिविल लाइंस ले जाकर छोड़ दिया।
इस घटना की जानकारी जैसे ही अन्य कार्यकर्ताओं को हुई तो वे भी थाना सिविल लाइंस पहुंच गए। इसके बाद करीब डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता थाने से सीधे एएमयू पहुंचे। वहां पर सुरक्षा कर्मी ने रोकने की कोशिश की तो उससे मारपीट कर दी। दूसरी ओर एएमयू छात्र संघ के पदाधिकारी और अन्य छात्र भी आ गए। एक तरफ एएमयू छात्रों ने मोर्चा संभाल लिया तो दूसरी ओर हिंजाम और एवीबीपी कार्यकर्ता डट गए। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स भी पहुंच गया और विद्यार्थी परिषद तथा हिंजाम के कार्यकर्ताओं को पुलिस थाने ले गई। वहां पर ये कार्यकर्ता एएमयू छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
दूसरी ओर एएमयू छात्र संघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने चेतावनी दी कि पुतला फूंकने और सुरक्षा कर्मी से मारपीट करने वाले आरोपी यदि 30 मिनट के अंदर गिरफ्तार नहीं किए तो वह गिरफ्तारी देंगे। जैसे ही शाम करीब चार बजे समय सीमा खत्म हुई तो एएमयू छात्रों ने गिरफ्तारी देने के लिए थाना सिविल लाइंस की ओर कूच कर दिया। छात्र एएमयू सर्किल से निकल कर लाल डिग्गी के मुख्य गेट के सामने आए पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि एसपी क्राइम और आरएएफ कमांडेंट के साथ अभद्रता कर अन्य पुलिस अधिकारियों को भी यहां धक्का दे दिया। इसके बाद पुलिस छात्रों पर टूट पड़ी और दौड़ा-दौड़ा कर छात्रों को पीटा। उन्हें नियंत्रित करने के लिए उन पर फायरिंग भी की गई।