उप्र में स्वाइन फ्लू से 35 मरीजों की मौत
लखनऊ, 24 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिदिन स्वाइन फ्लू के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। प्रदेशभर में इस साल अब तक 1705 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है जिसमें से 35 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिनमें से दो मरीजों की मौत लखनऊ में मंगलवार की रात्रि को हुई है।
उत्तर प्रदेश के 50 जिलों में बुधवार को भी 111 नए मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है जबकि राजधानी लखनऊ में 85 नए मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
संचारी रोग निदेशक डॉ. एच.के. अग्रवाल के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जनवरी से अब तक 1705 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें से सबसे अधिक संख्या राजधानी लखनऊ की है। लखनऊ में अब तक 1100 मरीज मिले हैं। जिनमें से छह मरीजों की मौत हो चुकी है।
डॉ. एच.के. अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी से निपटने के लिए एक टीम बनाई है। इससे जरूरत पड़ने पर मौके पर ही मरीज को इलाज से लेकर ब्लड सैंपल लेने का काम कर रही है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में 10 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा केजीएमयू, पीजीआई, राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट और स्वास्थ्य भवन की स्टेट लैब में स्वाइन फ्लू की जांच फ्री में कराई जा रही है। इसी तरह स्वाइन फ्लू मरीजों का इलाज करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ को स्वाइन फ्लू से बचाव के टीके लगाए गए हैं। इसके अलावा स्वाइन फ्लू से जो मरीज ठीक हो चुके हैं उनपर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम बराबर नजर रख रही है।
स्वाइन फ्लू व अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में बुखार के मरीजों के लिए अलग से हेल्प डेस्क बनायी गयी है। अस्पतालों में बुखार के अधिकांश मरीज आने और बुखार के मरीजों को आसानी से चिकित्सकीय उपचार दिलाने के लिए यह व्यवस्था की गयी है। लखनऊ के मेडिकल कॉलेज, लोहिया, सिविल और बलरामपुर अस्पताल में भी हेल्प डेस्क बनाई गई है।