उपचुनाव हार के बाद एक्शन में योगी , 37 आईएएस अफसरों का हुआ तबादला
लखनऊ (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद प्रशासनिकट ढ़ांचे में बड़ा फेरबदल किया है। दो दिन तक लगातार मंथन के बाद योगी ने शुक्रवार आधी रात 37 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए। इनमें गोरखपुर सहित 16 जिलों के डीएम और वाराणसी सहित चार मंडलों के आयुक्त शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर, महराजगंज, बरेली, पीलीभीत, सीतापुर, बलिया, हाथरस, सोनभद्र, चंदौली, अमरोहा, हापुड़, बलरामपुर, भदोही, चित्रकूट, आजमगढ़, अलीगढ़ के मौजूदा जिलाधिकारियों (डीएम) को हटाकर नए अफसरों को तैनाती दी है। गोरखपुर के जिलाधिकारी राजीव रौतेला को हटाकर देवीपाटन का मंडलायुक्त बनाया गया है। रौतेला पिछली सरकार के समय रामपुर में अवैध खनन से जुड़े मामले को लेकर चर्चा में हैं। हाईकोर्ट उनके खिलाफ तल्ख टिप्पणी कर चुकी है। जनवरी में रौतेला को विशेष सचिव स्तर से सचिव एवं आयुक्त स्तर पर पदोन्नति मिली थी, लेकिन उस समय गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी उत्सव, मतदाता सूची पुनरीक्षण, गोरखपुर महोत्सव और फिर गोरखपुर उपचुनाव के मद्देनजर उन्हें नहीं हटाया गया। उपचुनाव की मतगणना में भी रौतेला की भूमिका पर विपक्ष ने सड़क से सदन तक सवाल उठाए। सत्तारूढ़ दल की ओर से भी रौतेला की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाई जा चुकी है।
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इसके बावजूद वह मंडलायुक्त जैसी सम्मानजनक पोस्टिंग पाने में सफल रहे हैं। रौतेला को देवीपाटन मंडल का आयुक्त बनाया गया है। के. विजयेंद्र पांडियन गोरखपुर के नए जिलाधिकारी बनाए गए हैं। बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह को हटाकर कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा में विशेष सचिव बनाया गया है। राघवेंद्र ने कासगंज दंगे के दौरान फेसबुक पर एक टिप्पणी की थी जिसे सरकार ने आपत्तिजनक मानते हुए जवाब तलब किया था। अलीगढ़ के जिलाधिकारी हृषिकेश भास्कर यशोद को अंतर्राज्यीय प्रतिनियुक्ति पर महाराष्ट्र के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है।