टोक्यो, 07 नवंबर (हि.स.)। उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी कम होने के आसार नहीं लग रहे हैं।एशिया का दौरा कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर उत्तर कोरिया फिर से मिसाइल परीक्षण करता है तो जापान अमेरिका से खरीदे गए सैन्य उपकरण से हमला कर सकता है। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, इसके जवाब में जापान के प्रधान मंत्री शिंजो आबे ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो ट मिसाइलों को रोक सकता है और वह इस समझौते पर विचार कर रहे हैं।
विदित हो कि ट्रंप अपने एशियाई दौरे पर जापान गए थे और अब ट्रंप साउथ कोरिया पहुंच गए हैं। उत्तर कोरिया अक्सर अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखे हुए है। साथ ही उसका तानाशाह किम जोंग उन सार्वजनिक तौर पर अमेरिका को चुनौती और युद्ध की धमकियां देता रहता है। हाल के महीनों में उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से दो बार मिसाइलों का परीक्षण किया है।
ट्रंप ने एशिया दौरे के दूसरे दिन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को विश्व सभ्यता और अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि अब रणनीतिक धैर्य दिखाने का समय खत्म हो गया है। ट्रंप पहले भी संकेत दे चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर वाशिंगटन राजनयिक समाधान के इतर भी गौर कर सकता है और सैन्य हस्तक्षेप पर विचार कर सकता है।
शिंजो आबे ने भी ट्रंप के बयान से सहमति जताई कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं। उत्तर कोरिया के मिसाइलों के फायरिंग लाइन में आने वाले आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की भी घोषणा की थी।