तेहरान, 14 नवम्बर (हि.स.)। ईरान में रविवार रात आए शक्तिशाली भूकंप से अब तक मृतकों की संख्या बढ़कर 450 हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान इराक सीमा से लगे पश्चिमी ईरान के करमानशाह प्रांत के कुर्द शहर सरपोल-ए-जहाब में हुआ है। सरकार ने तीन दिवसीय शोक की घोषणा की है।
समाचार एजेंसी इरना के अनुसार, भूकंप से इस इलाके में हर तरफ तबाही का मंजर है। बेघर हो गए हजारों लोगों ने कड़ाके की ठंड में खुले में दूसरी रात गुजारी। भूकंप से सरपोल-ए-जहाब में सबसे ज्यादा जानें गई हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, करीब 30,000 मकान क्षतिग्रस्त और दर्जनों गांव तबाह हो गए हैं। सरपोल-ए-जहाब में अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है। सेना ने मैदान में अस्थायी अस्पताल बनाए हैं। कई घायलों को तेहरान समेत अन्य शहरों में ले जाया गया है।
भूंकप से सीमावर्ती शहर में सेना का गैरिसन भी क्षतिग्रस्त हो गया है और कई सैनिकों की मौत हो गई। ईरान की आपात चिकित्सा सेवा के प्रमुख पीर हुसैन कोलिवांद ने मंगलवार को कहा कि करमानशाह प्रांत में बचाव कार्य बंद कर दिया गया है। मलबे में किसी के जीवित बचने की संभावना नहीं दिखती है।
हालांकि लोग अब भी ढही इमारतों से जीवितों और अपने सामान को निकालने में जुटे हैं। इलाके में हजारों लोग अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं और कई लोगों ने भूकंप बाद के झटकों के डर से दूसरी रात भी खुले आसमान के नीचे बिताई।
सरपोल-ए-जहाब की एक महिला ने कहा कि टेंट की कमी के चलते उनका परिवार रातभर ठंड से ठिठुरता रहा। उनको हर चीज की जरूरत है। सहायता पहुंचाने का काम धीमी गति से हो रहा है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को भूकंप प्रभावित करमानशाह का दौरा किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही सभी समस्याएं दूर कर दी जाएंगी। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खुमैनी ने सरकारी एजेंसियों से सभी तरह की मदद देने को कहा है।