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इस वजह से हर समय काला चश्मा ही पहनते थे करुणानिधि , जाने ……

नई दिल्ली (8 अगस्त): तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और DMK प्रमुख एम. करुणानिधि अब हमारे बीच नहीं है। करुणानिधि की मौत के साथ ही तमिलनाडु में एक राजनीतिक अध्याय का अंत हो गया है। करुणानिधि एक अच्छे वक्ता, लेखक और राजनेता थे जिनकी पकड़ तमिलनाडु की राजनीति में जितनी थी उतनी ही केंद्र की राजनीति में भी थी। बदन पर सफेद कमीज और लुंगी, गले में पीली शॉल और आंखों पर काला चश्मा ये पहचान थी तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की।

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करुणानिधि पिछले 46 सालों से काला चश्मा पहन रहे थे। एक वेबसाइट के अनुसार , साल 1954 से उनकी एक आंख में दिक्कत होनी शुरू हो गयी थी। उनकी एक आंख में हमेशा दर्द रहता था और हर वक्त पानी गिरता था। इसका उन्होंने काफी इलाज करवाया था लेकिन दवाइयों से थोड़ा आराम होने के बाद फिर से वही हाल हो जाता था। करुणानिधि को पढ़ने लिखने का बड़ा शौक था, वो रात-रात भर किताबें पढ़ा करते थे, जिसके कारण उनकी आंखों और खराब हो गई। इसके बाद पहले से ही आंख की परेशानी झेल रहे करुणानिधि का एक एक्सीडेंट हो गया था। इस एक्सीडेंट के बाद उनकी आंख का दर्द और भी ज्यादा बढ़ गया था। जिसके इलाज के लिए वो अमेरिका गए, जहां के जॉन हॉकिन्स अस्पताल में, उनकी आंख का ऑपरेशन हुआ था।

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साल 2017 में उनके डॉक्टरों ने कहा कि अब वो काला मोटा चश्मा हटाकर हल्के फ्रेम का चश्मा प्रयोग कर सकते है, जिसके लिए करुणानिधि को बहुत सारे चश्मे दिखाए गए लेकिन करुणानिधि को एक भी पसंद नहीं आया, तमाम जतन करने के बाद और लगभग 40 चश्मों को रिजेक्ट करने के बाद करुणानिधि को जर्मनी का एक कलर्ड चश्मा पसंद आया, जो कि हल्के फ्रेम वाला और टिंटेड था।

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