नई दिल्ली, 19 जनवरी= दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा अगले सीबीआई प्रमुख होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को उनके नाम पर मुहर लगा दी। वर्मा दो साल तक सीबीआई चीफ रहेंगे। वह अनिल सिन्हा की जगह लेंगे।
पिछले महीने अनिल सिन्हा के सेवानिवृत होने के बाद गुजरात कैडर के राकेश अस्थाना की अंतरिम सीबीआई प्रमुख के रूप में नियुक्ति की गई थी। वहीं इसे चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने 16 जनवरी तक सीबीआई निदेशक की नियुक्ति किए जाने का निर्देश दिया था।
सीबीआई प्रमुख के चयन को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बैठक हुई थी। भारतीय पुलिस सेवा के 49 अधिकारी सीबीआई प्रमुख बनने की दौड़ में थे। बैठक के बाद नाम की सीधे घोषणा नहीं की गई थी।
बैठक के बाद से ही मीडिया में उनके अगले सीबीआई प्रमुख होने के कयास लगाये जा रहे थे। मीडिया में उनके नाम की चर्चा आने के बाद मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि सीबीआई या सतर्कता से जुड़ी पृष्ठभूमि वालों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि एजीएमयूटी कैडर के 1979 बैच के अधिकारी आलोक वर्मा तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। वे दिल्ली पुलिस कमिश्नर के अलावा दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इनमें डीसीपी (साउथ), जेसीपी (क्राइम ब्रांच), जेसीपी (नई दिल्ली रेंज), स्पेशल पुलिस कमिश्नर (इंटेलिजेंस) और स्पेशल पुलिस कमिश्नर (विजिलेंस) शामिल हैं।