आप राष्ट्रीय परिषद की बैठक शुरू, कुमार विश्वास पर संशय बरकरार
नई दिल्ली, 02 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक गुरुवार को अलीपुर में शुरू हो गई है। परिषद की इस बैठक में सरकार के कामों, पार्टी के विस्तार, देश के आर्थिक हालात जैसे मुद्दे पर चर्चा होगी लेकिन इस बैठक में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास पर लोगों की निगाहें बनी रहेगी। फिलहाल राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए कुमार विश्वास और आशुतोष, दीपक वाजपेई पहुंच गए हैं।
वहीं पार्टी के औपचारिक एजेंडे के अनुसार कुल पांच वक्ता अपनी बात रखेंगे।
1. अरविंद केजरीवाल -(राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री) अपना भाषण देंगे
2. मनीष सिसोदिया(वरिष्ठ नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम) -पार्टी की दिल्ली सरकार के कामकाज की जानकारी देंगे।
3. गोपाल राय (दिल्ली संयोजक) -दिल्ली में पार्टी के संगठन के स्तर और क्षमता की जानकारी देंगे।
4. संजय सिंह (वरिष्ठ नेता) -देश के आर्थिक हालात, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे।
5. आशुतोष (वरिष्ठ नेता) -राजनीतिक प्रस्ताव पर प्रेजेंटेशन देंगे।
‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास की बढ़ती दूरियों के बीच पार्टी में थोड़ी असहज स्थिति कायम है। इस बीच कुमार विश्वास के मुताबिक पार्टी में हर बार राष्ट्रीय परिषद् की बैठक में उनको मुख्यवक्ता बनाती थी, लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि केवल कुल पांच वक्ताओं का बोलना तय किया है, जिनमें उनका नाम शामिल नहीं है। इसके साथ ही कुमार विश्वास ने कहा कि अगर पार्टी उनको बैठक में बोलने का मौका नहीं देगी तो वह बाहर आकर अपनी बात कहेंगे।
हालांकि खास बात ये गई कि इससे पहले साल 2015 में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ही कुछ ऐसा हो चुका है। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकाला गया था। दोनों नेताओं को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में निकाला गया था। उन्होंने केजरीवाल के कामकाज के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे। पार्टी से निकाले गए नेताओं ने उस वक्त आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उनसे धक्का-मुक्की और बदसलूकी की गई। नवम्बर 2012 में पार्टी की स्थापना के बाद पहली बार संस्थापक सदस्य विश्वास ने दावा किया कि वक्ताओं की सूची में उनका नाम नहीं है।