आज से चार दिवसीय भारत दौरे पर यमन के उपप्रधानमंत्री
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नई दिल्ली, 10 जुलाई : यमन के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री अब्दुल मलिक अब्दुल जलील अल मखलफी चार दिवसीय दौरे पर आज भारत आएंगे।
अल मखलफी सोमवार से गुरुवार तक भारत दौरे पर रहेंगे। वह यहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निमंत्रण पर आ रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अल मखलफी आज शाम भारत पहुंचेंगे और इसके बाद मंगलवार वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से द्वविपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। दोनों विदेश मंत्रियों के मुलाकात के दौरान द्वविपक्षीय मुद्दों के अलावा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भी चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान उप प्रधानमंत्री अब्दुल मलिक अब्दुल जलील अल मखलफी 12 जुलाई को आगरा जाएंगे और फिर इसके बाद वह 13 जुलाई को यमन रवाना होंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और यमन के मध्य काफी करीबी और मित्रतापूर्ण संबंध हैं। यह लोगों के मेलजोल पर आधारित है, जोकि इससे भी जाहिर होता है कि यमनी मूल के करीब 3 लाख लोग भारत में रहते हैं। यमन में भारतीय मूल के करीब एक लाख लोग बस गए हैं।
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दरअसल अल मेखलाफी से पहले यमन के विदेश मंत्री अबु बकर अल-किरबी ने 2012 में इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन फार रीजनल कोआपरेशन (आईओआर-एआरसी) की 12 वीं मंत्रीस्तरीय बैठक में शामिल होने के लिए भारत का दौरा किया था। साल 2015 में सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब देशों द्वारा शिया हौती विद्रोहियों (जिन्होंने राष्ट्रपति अब्द रब्ब मंसूर हादी की सरकार को गिरा दिया था) पर यमन में किए गए हमले के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने‘ऑपरेशन राहत’अभियान का नेतृत्व किया था। इस अभियान के तहत भारत ने न सिर्फ अपने देशवासियों को यमन से सुरक्षित बाहर निकाला था बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने ऑपरेशन राहत चलाकार वहां से 5,500 भारतीय नागरिकों को निकाला था।