नई दिल्ली: सोमवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के भूख हड़ताल का 17वां दिन है. रविवार को हार्दिक को एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिल गई. उन्हें यहां पास ही स्थित उनके आवास पर ले जाया गया जहां उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा है. रविवार उनके अनशन का 16वे दिन हार्दिक पटेल के घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. यहां पर मीडियाकर्मियों को हार्दिक के आवास की तरफ जाने वाली सड़क पर ही रोक दिया.
वहीं हार्दिक पटेल ट्वीट करके कहा कि घर पहुंचते ही फिर से मेरे निवास स्थान के बाहर हज़ारों की तादाद में पुलिस को तैनात कर दिया और लोगों को रोकने लगी है. अगर आपने अंग्रेज़ हुकूमत नहीं देखी तो आइए एक बार गुजरात, हमारे निवास स्थान पर आपको बाघा बॉर्डर का भी नज़ारा देखने को मिलेगा.सत्ता के नशे में जनता पर अमानवीय अत्याचार हैं.
हार्दिक ने दूसरे ट्वीट में कहा कि अहमदाबाद का डीसीपी राठौड़ मुझे कहता है मार दूंगा, अब ज़िंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडियाकर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास हुए. तीसरे ट्वीट में हार्दिक ने कहा कि मीडिया के साथ जो हुआ वो ग़लत है. अनिश्चितकालीन उपवास आंदोलन के सोलवें दिन अस्पताल से छुट्टी लेकर मेरे निवास स्थान पर जा रहा हूं. किसानों की कर्ज माफ़ी और सामाजिक न्याय के तहत उपवास आंदोलन का सोलवें दिन पूरे प्रदेश में उपवास और जनसभा हो रही हैं. संपूर्ण लोक क्रांति का आह्वान हो गया हैं. हम कमज़ोर नहीं हैं.
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हार्दिक ने पाटीदारों को सरकारी नौकरियों तथा शिक्षा में आरक्षण तथा किसानों को रिण माफी की मांग को लेकर 25 अगस्त को अपने आवास से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया था. हार्दिक (25) की तबीयत बिगड़ने पर उनके समर्थकों ने उन्हें शुक्रवार को सोला राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया था और बाद में उन्हें निजी एसजीवीपी हालिस्टिक अस्पताल में ले जाया गया था जहां से उन्हें रविवार को छुट्टी दी गई. उन्होंने अस्पताल में भी अनशन जारी रखा था. अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले हार्दिक ने अपने समर्थकों से फेसबुक लाइव के जरिये कहा कि वह अपने आवास पर भूख हड़ताल जारी रखेंगे.