पटना, सनाउल हक़ चंचल-
बिहार की सियासत में कब क्या हो जाए, कहना बहुत मुश्किल है. यहां कभी दोस्त दुश्मन हो जाते हैं तो कभी दुश्मन भी दोस्ती निभा जाता है. बिहार में अभी एनडीए की सरकार है. महागठबंधन कब का टूट चुका है. अब नीतीश कुमार पहले के दोस्तों के लिए धोखेबाज हैं. इसी बीच विरोधी खेमें से तारीफों के पुल बांधे गए हैं. दरअसल इन दिनों चर्चा में रहने वाले कांग्रेस नेता और एक्स प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने एक बड़ा बयान दिया है
अशोक चौधरी ने पार्टी लाइन से हटकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर आरक्षण और दलितों को लेकर लगाए गए आरोपों का बचाव किया है. अशोक चौधरी ने कहा है कि उन्होंसने सत्ताि में रहकर पहले ये मामला क्यों नहीं उठाया. मुख्य मंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने महादलित विकास मिशन का गठन कर दलितों के विकास के लिए काम किया है.
बता दें कि उदय नारायण चौधरी ने कहा था कि वे दलित-महादलितों की आवाज उठाएंगे. उन्होंने शरद यादव की तरफदारी करते हुए कहा कि उनके साथ हमने 18 साल तक काम किया है. जब शरद के साथ जाना होगा तब सबके साथ जाएंगे. उधर, जदयू विधायक श्याम रजक ने कहा कि वंचित समाज आज भी कूड़े के ढेर से अनाज चुनकर पेट की भूख मिटा रहा है. जिनको नीति लागू करनी है, उनकी नीयत में खोट है. जो आरक्षण खत्म करने की बात कह रहे हैं, हम उनके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे.
पूर्व कांग्रेस अध्यीक्ष इन दिनों पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंनने खुद को अध्याक्ष पद से हटाए जाने की प्रक्रिया को लेकर नाराजगी जाहिर भी की थी. बिहार में कांग्रेस के राजद से गठबंधन के खिलाफ वे मुखर रहे हैं. उनका ताजा बयान भी पार्टी लाइन के खिलाफ है.