अफसरों ने खोला मोर्चा, बचाव में केजरीवाल सरकार
मुख्य सचिव की कथित पिटाई का मामला : एलजी ने गृह मंत्रालय को दी रिपोर्ट, जेल भेजे गए आप के दोनों गिरफ्तार विधायक, दिल्ली सरकार से आरपार को तैयार आईएएस एसोसियेशन
नई दिल्ली, 21 फरवरी (हि.स.)। दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई कथित मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के दोनों विधायक प्रकाश जारवाल को मंगलवार देर रात और अमानतुल्लाह खान को बुधवार सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अंशु प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट में उनके चेहरे पर कट के निशान मिले हैं, जबकि कंधे पर चोट के निशान भी मिले हैं। खासबात ये है कि दिल्ली के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों ने काम न करने के साथ-साथ दिल्ली सरकार की ओर से बुलाई गई किसी भी बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने अमानतुल्लाह और प्रकाश जारवाल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण करार दिया है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि क़ानून की नज़र में मुख्य सचिव और चपरासी एक समान होते हैं। मुख्य सचिव के सिर्फ़ बयान पर विधायकों को गिरफ़्तार किया जाता है, मगर मंत्री पर हमले का विडियो है – जिसका साक्ष्य मौजूद है, उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दरख्वास्त करती है कि सचिवालय में सब जगह सीसीटीवी कैमरे हैं तो उनकी फुटेज निकाली जाए और जांच की जाए। संजय सिंह ने कहा, ‘दिल्ली में बलात्कार की घटना हो तो अपराधी पकड़े नहीं जाएंगे, चोरी या डकैती की घटना हो तो अपराधी पकड़े नहीं जाएंगे, लेकिन अगर आपने आम आदमी पार्टी का झंडा उठा लिया तो आपको पकड़ कर जेल में डाल दिया जाएगा।’
पुलिस ने दोनों गिरफ्तार विधायकों को आज (बुधवार) न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उधर, मुख्य सचिव ने बुधवार को अपने साथ हुई मारपीट की जानकारी प्रधानमंत्री कार्य़ालय (पीएमओ) जाकर दी| दूसरी तरफ इस मामले पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा से मुलाकात कर उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
इस मामले में दोनों पक्षों भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) एसोसिएशन एवं आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिलने का समय मांगा है।
इसी सिलसिले में दिल्ली कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, दिल्ली अध्यक्ष अजय माकन, किरण वालिया, अरविंदर सिंह लवली ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर इस सम्बन्ध में कठोर कदम उठाने की मांग की है| कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार से इसके लिए माफी मांगने की मांग भी की है।
दूसरी तरफ दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन ने भी एलजी से मुलाकात कर उनके साथ हुई कथित मारपीट पर कार्रवाई नहीं होने की शिकायत करते हुए कहा कि उनके साथ हुई मारपीट मामले में कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश समेत 3 आईएएस अधिकारियों ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा की प्रश्न एवं संदर्भ समिति का बहिष्कार किया। वे बुधवार शाम 5 बजे होने वाली बैठक में न तो पहुंचे और न ही नहीं पहुंचने का कारण बताया। अधिकारियों का फैसला है कि मंत्री/विधायक से फिलहाल लिखित संवाद होगा लेकिन, कोई बैठक नहीं करेंगे। दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों 70 आईएएस अधिकारी और 400 दानिक्स अधिकारी काम करते हैं।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार और दिल्ली के आईएएस अधिकारियों के बीच ठन गई है। सोमवार आधी रात को मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुलाई गई थी। वहां आम आदमी पार्टी के विधायक भी पहुंचे थे। वहीं पर आप के दो विधायकों पर मुख्य सचिव प्रकाश ने हाथापाई का आरोप लगाया है। इस बीच आईएएस अधिकारियों ने मामले में कार्ऱवाई की मांग करते हुए काम न करने का ऐलान कर दिया है।
इससे पहले पुलिस ने विधायक प्रकाश जारवाल को हिरासत में लेने के बाद मंगलवार रात गिरफ्तार किया था। पुलिस अमानतुल्लाह खान की तलाश भी कर रही थी। वे अपने घर पर नहीं मिले थे| लेकिन, दोपहर होते-होते वह मीडिया के सामने अपना बयान देने आए जिसके बाद जामियानगर थाने में उन्होंने सरेंडर कर दिया।
अमानतुल्लाह खान ने गिरफ्तारी से पूर्व कहा कि वह देश के कानून का सम्मान करते हैं| इसीलिए वह सरेंडर कर रहे हैं। हालांकि, वह अपनी बात पर अब भी कायम हैं और कहा कि उन्होंने कुछ नहीं किया है।