पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार को निशाना बनाया है. इस बार नीरज के निशाने पर हैं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव. जदयू प्रवक्ता ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बंगले के विवाद पर कहा है कि तेजस्वी यादव को बंगले की जिद और परंपरा की बात नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि विभिन्न कारणों से अगर उस पूल में कोई है तो परंपरा का हिस्सा है. उन लोगों पर इनकी तरह संपत्ति संग्रह का आरोप थोड़े ही लगा था. नीरज कुमार ने सवाल लरते हुए कहा है कि कोई दागी था क्या? तेजस्वी आप दागी हैं. राजनीती में आप पर घिनोने किस्म के आरोप हैं. जदयू प्रवक्ता ने कहा है कि आप (तेजस्वी) अकेले हैं, एकाकी परिवार हैं और जहाँ पूर्व मुख्यमंत्री का आवास है, वहां आपके अभिभावक माँ-पिता हैं ही, उनके साथ रहेंगे तो नियंत्रित रहिएगा, अनुशासन में रहिएगा.
नीरज कुमार ने कहा कि मेरी सलाह है कि मकान की ज़िद मत करिये. न्याय प्रक्रिया में जो आरोप लगे हैं उस पर गंभीरता पूर्वक मनन-मंथन करते हुए जब तक बचने की राह है, उसी कार्य में लगे रहिये. नीरज कुमार ने कहा कि जनता की अदालत में जाना या मकान की ज़िद करना और राजनीति का एजेंडा तय करना मान्यवर तेजस्वी यादव जी, आपके बस की बात नहीं इसलिए हठधर्मिता ना पालें.
बता दें कि तेजस्वी यादव नए आवंटित बंगला 1, पोलो रोड में जाने से मना कर दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री और भवन निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर बिहार सरकार के मंत्री होने के नाते पूर्व में आवंटित बंगला 5 देशरत्न मार्ग को ही फिर विपक्ष के नेता के हैसियत से आवंटित करने का आग्रह किया है.
सत्ता पक्ष का सकारात्मक रुख नहीं देख उन्होंने निर्णय लिया है कि 5 देशरत्न मार्ग अगर उन्हें आवंटित नहीं किया जाएगा तो वे 1, पोलो रोड वाले बंगले में नहीं जाएंगे. इसके लिए वे और राजद समर्थक सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगा रहे हैं. 2013 से 2017 जून तक भाजपा के तीन नेताओं का बंगला नहीं बदलने का तर्क देकर वे उसी नीति पर चलने की सलाह दे रहे हैं.
तेजस्वी यादव का कहना है कि उपमुख्यमंत्री पद संवैधानिक नहीं हैं, ऐसे में राज्य सरकार इस पदनाम से कोई सरकारी बंगला कर्णांकित नहीं कर सकती है. इस स्थिति में 5 देशरत्न मार्ग वाला बंगला उपमुख्यमंत्री के नाम से कर्णांकित हो भी नहीं सकता है