अखिलेश यादव ने जीती बाजी उनके हिस्से में आई सपा की सायकल .
नई दिल्ली, 16 जनवरी = चुनाव आयोग ने सोमवार को सपा में पार्टी और चुनाव चिन्ह को लेकर चल रही खींचतान पर विराम लगाते हुए इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंप दिए हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि अखिलेश अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके नेतृत्व और साइकिल चुनाव चिन्ह के साथ पार्टी उत्तर प्रदेश चुनावों में उतरेगी।
मंगलवार से उत्तर प्रदेश के सात चरणों में होने वाले चुनावों के पहले चरण की अधिसूचना जारी की जाएगी। इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने उक्त निर्णय लिया है। दोनों पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए आयोग ने 9 जनवरी तक का समय दिया था।
अखिलेश का साथ दे रहे उनके चाचा राम गोपाल यादव ने उनके समर्थन में 5,731 शपथ पत्रों को चुनाव आयोग को सौंपा था । इन शपथ पत्रों में अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का हलफनामा था।
रामगोपाल यादव ने दावा किया था कि सपा के 90 फीसदी नेता अखिलेश के साथ हैं। उनका दावा था कि उनके गुट को 205 विधायक, 15 सांसद और 68 एमएलसी का समर्थन प्राप्त है।
वहीं दूसरी ओर मुलायम सिंह ने इस सम्मेलन को पार्टी संविधान के विरुद्ध बताते हुए पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावे को लेकर चुनाव आयोग गए थे। उल्लेखनीय है कि रामगोपाल यादव की तरफ से लखनऊ में बुलाए गए अधिवेशन में मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाकर अखिलेश को दे दिया गया था। शिवपाल यादव को भी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।
सायकल चलती जाएगी .
वही चनाव योग के फैसले कुछ ही घंटे बाद अखलेश यादव ने ट्वीट करके कहा की सायकल चलती जायेगी-आगे बढती जायेगी साथ ही उन्हों ने मुलायम और राम गोपाल की फोटो को एक साथ लगाया
साइकिल चलती जायेगी…आगे बढ़ती जायेगी… pic.twitter.com/DjFzr2DtrK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 16, 2017