सफाई कर्मियों को लेकर सरकार नही है संवेदन सील, अब तक दम घुटने से हो चुकी 25 सफाई कर्मियों की मौत – दिलीप हाथीबेड
केशव भूमि नेटवर्क ,पालघर,11 जून : सफाई के दौरान दम घुटने से हुई सफाई कर्मियों की मौत पर दुःख जताते हुए राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोगा के सदस्य दिलीप के. हाथीबेड ने कहा की महाराष्ट्र सरकार सफाई कर्मियों को लेकर संवेदन सील नहीं है . जिसका मुझे बहुत बड़ा दुःख है .
बता दे की पिछले महीने 3 मई को नालासोपार में एक बिल्डिंग के सेफ्टीटैंक की सफाई करते समय दम घुटने से तीन सफाई कर्मियों की मौत हो गई थी .इस घटना के बाद भारतीय सफाई मजदुर परिषद के अध्यक्ष बलवीर वैद ने महानगरपालिका ,राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोगा व अन्य संबंधित विभागों को इस घटना का शिकायत करते हुए वसई विरार शहर महानगरपालिका पर सफाई कर्मियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाये थे.लेकिन महानगरपालिका ने इस घटना से यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया था की यह सफाई कर्मी प्राईवेट है इनके सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं है .
इस घटना की शिकायत मिलने के बाद उसे संज्ञान में लेते हुए महाराष्ट्र के दौरे पर आये दिलीप हाथीबेड ने पत्रकारों से संवाद साधते हुए कहा की महाराष्ट्र में सफाई का काम करने वाले सफाई कर्मियों अनेक समस्या ओ से जूझ रहे है . काम करने के लिए उनके पास किसी प्रकार की सुबिधा उपलब्ध नहीं है .यह कर्मी अपने जान को जोखिम में डाल कर किस स्तिथि में काम करते है उनसे बेहतर कोई नहीं जनता . जिसके कारण अभी तक करीब 25 सफाई कर्मियों की सफाई के दौरान सेफ्टी टैंक व अन्य जगहों पर दम घुटने से मौत हो चुकी है . अभी हाल ही में पिछले महीने नालासोपारा में तीन लोगो की और ठाणे में तीन लोगो की सफाई के दौरान दम घुटने से मौत हुई है . लगातार हो रहे इन घटनाओ को देखते हुए मुझे दुःख के साथ कहना पड़ रहा है की सरकार किसकी भी हो , लेकिन यह सरकार सफाई कर्मियों की सुरक्षा और सफाई के दौरान दम घुटने से हुई उनकी मौत को लेकर सरकार संवेदन सील नहीं है . इसके पहले जिन कर्मियों की मौत हुई है अभी तक सरकार की तरफ से उनके परिवार को कोई मुवाबजा नहीं दिया गया है .
जिसे लेकर आयोग काफी गंभीर है और हमने नालासोपारा में हुई घटना को लेकर पालघर जिला के कलेक्टर डॉ .प्रशांत नारनवरे ,महानगरपालिका के आयुक्त व अन्य बिभिन्न विभागों के अधिकारियो के साथ चर्चा किया है .इस चर्चा के दौरान कलेक्टर ने जानकारी देते हुए कहा की हमने इस घटना को गंभीरता से लिया है ,और इस घटना में जो क़ानूनी कार्यवाई बनती है वह सब की जा रही है . साथ ही आयुक्त ने मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को अभी तुरंत अस्थायी नौकरी देने की बात कही है ,जिन्हें बाद में धीरे धीरे अस्थाई कर दिया जायएगा .
इसी प्रकार ठाणे में भी ठाणे के कलेक्क्टर व अन्य अधिकारियो के साथ चर्चा के बाद निर्णय लिया गया ,और जल्द ही सभी मृतको के परिवार को 10 -10 लाख मुवाबजा दिया जायेगा जिसके लिए क़ानूनी परक्रिया शुरू है .
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