सपा चुनाव प्रचार से दूर रहेंगे मुलायम !
लखनऊ, 21 जनवरी= समाजवादी पार्टी (सपा) में तख्ता पलट की लड़ाई का नतीजा निकलने के बाद भी सब कुछ सामान्य नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से जहां नेताजी मुलायम सिंह यादव का आर्शीवाद मिलने की बात कही जा रही है और वरिष्ठ नेता आज़म खां ने भी मुलायम के चुनाव में प्रचार का दावा किया है, वहीं शनिवार को मुलायम ने कहा कि वह प्रचार नहीं करेंगे।
दरअसल मुलायम सिंह यादव अपने करीबियों की अनदेखी से काफी निराश हैं। वहीं शनिवार को अम्बिका चौधरी के पार्टी छोड़ने की खबर मिलते ही वह काफी व्यथित हो गए। इसके बाद उन्होंने अपना दर्द लोगों के सामने रखा। मुलायम ने कहा कि अम्बिका ने सपा के निर्माण में काफी बड़ी भूमिका निभाई है। अम्बिका के बसपा में शामिल होने पर काफी दुखी हूं। मैं चुनाव प्रचार नहीं करूंगा।
वहीं अम्बिका ने भी सपा छोड़ने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि वह नेता जी से बेहद स्नेह रखते हैं, लेकन पार्टी में लगातार उनकी अवहेलना की जा रही थी और अपमानित किया जा रहा था। इसलिए वह सपा छोड़ने पर मजबूर हो गए।
नेताजी की छोटी-मोटी सिफारिषों की भी हुई अनदेखी
अम्बिका ने कहा कि उनका बसपा में शामिल होने का फैसला भले ही अचानक लग रहा है, लेकिन इसकी पृष्ठभूमि अचानक नहीं है। बीते चार महीनों से पार्टी में जो चल रहा था, उससे साम्प्रदायिक ताकतें मजबूत हो रहीं थीं। इसके बाद 16 जनवरी को चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद भी सब ठीक नहीं हुआ। नेताजी के सम्मान पर चोट पहुंचायी गयी। उनकी छोटी-मोटी सिफारिशों तक को नजरअन्दाज कर दिया गया।
अम्बिका ने कहा कि साजिश करने वाले पार्टी में लगातार ताकतवर हो रहे हैं और फैसले ले रहे हैं। मैं इस जमात में रहकर असहज महसूस कर रहा था। इसलिए मैने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि यह सब भाजपा को लाभ पहुंचाने वाले लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई सिर्फ टिकट पाने या चुनाव लड़ने तक सीमित नहीं है, भाजपा को कमजोर करने के लिए मैं हर स्तर पर प्रयास करूंगा।