वाह रे पाकिस्तान, भूल गया महिला सम्मान!
नई दिल्ली ,डॉ. प्रभात ओझा ,26 दिसम्बर :सोमवार को कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी का जाधव से मिलकर आना ताजा ही मसला है। एक व्यक्ति को उसकी मां और पत्नी से मिलवाने का पाकिस्तानी तरीका दुनिया ने कल ही देख लिया था। मंगलवार को इस मुलाकात की हमारे विदेश मंत्रालय ने जो जानकारी दी है,वह राजनय के साथ महिलाओं की इज्जत के प्रति पाकिस्तान सरकार की गिरी हुई नजरिया का ही द्योतक है।
एक तरफ कुलभूण और दूसरी ओर मां-पत्नी के बीच शीशे की दीवार देखकर दुनिया यह सवाल कर सकती है कि मुलाकात का यह कौन सा तरीका है। दीवार से भी बात नहीं बनी तो बातचीत के लिए फोन उपकरणों का इस्तेमाल करना पाकिस्तान की मूल मानसिकता का ही परिचय देता है। ईरान से कुलभूषण का अपहरण कर पाकिस्तान में गिरफ्तारी दिखाना और वह भी जासूसी में, इस बात को कुछ पल के लिए किनारे करते हैं। कुलभूषण को जिस आरोप में पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है, उस पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला आना बाकी है। फिर भी जेल में बंद किसी भी देशी-विदेशी नागरिक से उसके परिजन को मिलवाने का यह ढंग सिर्फ पाकिस्तान का ही हो सकता है।
एक तो पाकिस्तान बहुत दबाव में इस मुलाकात के लिए राजी हुआ था। इस पर भी वह कहता है कि इसके लिए कोई राजनयिक माध्यम काम नहीं कर रहा था। उसी के दावे को सच मान लिया जाय तो पूछना होगा कि इसे किस तरह की मुलाकात कही जाय। यह मुलाकात तो भारत और पाकिस्तान, दोनों की राजधानियों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के इंतजाम कर भी करायी जा सकती थी। स्वाभाविक है कि दोनों देशों में मौजूद दूतावास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए होते।शीशे की दीवारों के आर-पार बैठाकर अथवा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुलाकात, दोनों एक ही तरह की बात होती। ऐसे इंतजाम से कम से कम पहले से ही परेशान दो महिलाओं को और अधिक परेशानी से तो बचाया ही जा सकता था।
अब आज मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान की चर्चा की जाय। कुलभूषण जाधव से मिलकर आने के बाद उनकी मां और पत्नी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। निश्चित तौर पर दोनों महिलाओं ने विदेश मंत्री को आपबीती सुनाई होगी। उसके मुताबिक मुलाकात से पहले कुलभूषण की मां की चूड़ियों के साथ उनकी पत्नी का मंगलसूत्र तक उतरवा लिया गया था।
मानवता के नाम पर इस मुलाकात की इजाजत देने वालों से सवाल किया जा सकता है कि क्या वह किसी हिन्दू महिला के लिए मंगलसूत्र की कीमत नहीं समझते? वह समय कितना कारुणिक रहा होगा जब पति के सामने ही पत्नी बिना मंगलसूत्र के बैठी हो।पाकिस्तान यह भी भूल गया कि वह उस पड़ोसी देश की महिलाओं के साथ इस तरह का सलूक कर रहा है, जिसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं उसके यहां पहुंचकर उसके प्रधानमंत्री की मां के प्रति किस तरह का सम्मान जताया था।
जाधव की मां और पत्नी के प्रति पाकिस्तान के बर्ताव पर क्षोभ के साथ एक डर भी पैदा हुआ है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कुलभूषण जाधव की पत्नी के जूते अपने पास रख लिए हैं। अब पता नहीं पाकिस्तानी अधिकारी कुलभूषण के बाद उनकी पत्नी पर भी किस तरह का इल्जाम लगाएं।
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