गोपेश्वर, 15 अप्रैल (हि.स.)। वनों में अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने कहा कि जो भी व्यक्ति वनों में आग लगाता है या आग लगाने का दोषी पाया जाता है। उसके खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
वन अधिकारियों, खंड विकास अधिकारी एवं सभी एसडीएम को आग लगाने वालों की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी ने प्राथमिक जांच करते हुए सीधे जेल भेजने के निर्देश दिए हैं। कहा कि जिन वन क्षेत्रों में पिछले पांच वर्षो से लगातार अग्नि दुर्घटनाएं हुई हैं और इस वर्ष कोई वनाग्नि की घटना नहीं होती है, तो उस क्षेत्र में गठित समिति को पुरस्कार स्वरूप पांच हजार रुपये की धनराशि तथा समिति के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही ऐसे गांवों में वरीयता के आधार पर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा।
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जिलाधिकारी ने वनाग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी संबंधित विभागों की बैठक लेते हुए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वनाग्नि से होने वाली क्षति के वारे में जागरूक करने के निर्देश दिए। कहा कि जिले स्तर पर फायर फाइटिंग प्लान तैयार किया गया है, जिसके तहत वनाग्नि सुरक्षा के सभी कार्य किये जायेंगे। आपदा एवं वन विभाग को जिले स्तर पर वनाग्नि से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों एवं संचार व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने के निर्देश दिये गये है।
जिले में कंट्रोल रूम की स्थापना करने तथा निरंतर फायर की घटनाओं पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आपदा एवं वन विभाग को वनाग्नि सुरक्षा के लिए आवश्यक उपकरणों की मांग हेतु प्रस्ताव तैयार करने को कहा। अग्नि सुरक्षा के लिए ग्राम पंचायतों में गठित समिति की सूचना सभी एसडीएम एवं बीडीओ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एसडीएम अभिषेक रूहेला, एसडीएम स्मिता परमार, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी अलकनंदा सुरेन्द्र सिंह, उप वन संरक्षक नन्दादेवी चन्द्र शेखर जोशी, सहायक कमांडेंट राजेन्द्र जोशी, एसडीओ शिवलाल सहित आर्मी, आईटीबीपी, लोनिवि, सिंचाई, आपदा, अग्नि शमन आदि विभागीय अधिकारी मौजूद थे।