यूपी में हर साल गायब हो रहीं पौने दो लाख बेटियां
वाराणसी,= राजा तालाब स्थित सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर शनिवार को सामाजिक संस्था लोक समिति और मैसवा के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश की कुल आबादी 19 करोड़ 98 लाख 12 हजार 341 है। जिसमें 10 करोड़ 44 लाख 80 हजार 510 पुरुष हैं, जबकि 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार 831 महिलाएं हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि 6 साल के उम्र के एक हजार बच्चों में सिर्फ 902 बच्चियां है। एक आंकड़े के अनुसार चिन्ताजनक बात यह है कि सूबे में हर साल पौने दो लाख बेटियां गायब हो रही हैं।
महात्मा गांधी काशी विद्वापीठ के समाजकार्य संकाय की शोध छात्रा प्रियंका और करिश्मा की मानें तो कन्या भ्रूण हत्या भी समस्या बन गयी है। समय आ गया है, जब खुशहाल समाज के लिए हमें आगे आना होगा और महिलाओं के साथ होने भेदभाव के लिए आवाज उठानी होगी। कार्यशाला में समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि समाज लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग मापदण्ड और जीवन मूल्य तय कर रहा है, इसे बदलने की आवश्यकता है।
कार्यशाला में प्रतिभागी किशोरियों और छात्राओं के बीच लैंगिक भेदभाव को लेकर सांप-सीढ़ी का खेल भी कराया गया। इसमें सरिता, सोनी, श्रद्धा, अनिता, पूजा, नाजमा और शालिनी आदि ने भाग लिया।