मुंबई : डोंगरी में इमारत गिरने से10 लोगो की मौत, मलबे में अभी भी कई लोग दबे
मुंबई (16 जुलाई): मुंबई के डोंगरी इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिर गई है। इस हादसे में 40 से 50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। हादसे के बाद स्थानीय पुलिस, दमकल की गाड़ियां और NDRF की टीम मौके पर पहुंची है और बचाव कार्य किया जा रहा है। चश्मदीदों के मुताबिक, मलबे में करीब 8-10 परिवार दबे हो सकते हैं।
अभी तक इसमें से सिर्फ एक मासूम को बाहर निकाला गया है। ध्वस्त इमारत के मलबे दबकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो चुकी है। मृतकों में 6 पुरुष जबकि 4 महिलाएं शामिल हैं। इस घटना में घायल 8 लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है ,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये 100 साल पुरानी बिल्डिंग है, वहां के निवासियों को इस बिल्डिंग के रिडेवलेप होने की परमिशन मिली थी।
हालांकि, अभी हमारा फोकस लोगों को बचाने पर है। जब सारी बातें सामने आएंगी तो इसकी जांच कराई जाएगी। अभी मौके पर 10 से अधिक एम्बुलेंस पहुंच गई हैं, जो घायलों को अस्पताल ले जाने में मदद कर रही हैं। BMC की तरफ से जो शेल्टर खोला गया है, वहां पर भी घायलों को ले जाया सकता है।
हादसा काफी बड़ा है इसी वजह से NDRF की तरफ से अब टीमें मौके पर भेजी गई है।बीएमसी के आपदा प्रबंधन सेल के मुताबिक, मुंबई के डोंगरी इलाके में केसरबाई बिल्डिंग का हिस्सा गिर गया जिसके नीचे 40 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है।
मुंबई में लागातार बारिश हो रही है। ऐसे में जर्जर बिल्डिंगों के उपर खतरा मंडरा रहा है। मूसलाधार बारिश महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों में कहर बरपा रही है। इसी बीच, उत्तर-पश्चिम मुंबई के मलाड में 2 जुलाई को तड़के एक दीवार गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई, वहीं पुणे में भी एक दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई।एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि ये बिल्डिंग 80 से 100 साल पुरानी है और इसमें 8 से 10 परिवार रहता है।
जब बिल्डिंग गिरीतो इसमें 40 लोग मौजूद थे. एक बच्चे को जिंदा बचाया गया है। बाकी लोगों को मलबे से निकालने की कोशिश की जा रही है। संकरी गली में बनी इस इमारत के नीचे दुकानें बनी थीं, जबकि इसकी ऊपरी मंजिलों पर परिवार रह रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग छह परिवार इस इमारत में रह रहे थे।
इमारत का आधा हिस्सा जर्जर था, जिसके गिरने की आशंका पहले से ही थी लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे आसपास के लोगों में गुस्सा भी है।बिल्डिंग गिरने के मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. AIMIM के विधायक वारिस पठान ने इस घटना को हादसा नहीं बल्कि एक हत्या बताया है।
उन्होंने कहा कि मैं पिछले पांच साल से जर्जर बिल्डिंग का मसला उठा रहा हूं। कई बार विधानसभा के अंदर मैंने सवाल उठाया। सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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