पटना, 20 जनवरी = बिहार में 21 जनवरी यानी शनिवार को बनने वाली सबसे लंबी मानव श्रृंखला को लेकर नीतीश सरकार की तरफ से तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। सरकार की तरफ से इस श्रृंखला के 11,292 किलोमीटर लंबी होने की संभावना जताई गई है, जिसमें लगभग दो करोड़ लोग शामिल होंगे।
बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने आयोजन को लेकर पत्रकारों शुक्रवार इसकी विस्तृत जानकारी दी। मुख्य सचिव ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि लोगों को जबरन मानव श्रृंखला में शामिल होने को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया गया है। आयोजन बड़ा है, ऐसे में इसकी शुरुआत से लेकर अंत तक पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्य सचिव ने कहा कि जब तक एक-एक व्यक्ति घर वापस न चला जाए पूरी सतर्कता रखी जाए। मानव श्रृंखला को कवर करने के लिए भी बिहार सरकार ने खास तौर से तैयारियां की हैं। इस कार्यक्रम की उपग्रह की मदद से 6 जिलों में फोटोग्राफी भी करायी जाएगी। सुबह 10:25 बजे इसरो का उपग्रह बिहार के छह जिलों, यानी पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, जहानाबाद और गया से गुजरेगा ।
श्री कुमार ने कहा कि जिन जिलों से इसरो का उपग्रह गुजरेगा उन जिलों के जिलाधिकारियों को स्पष्ट रुप से निर्देश दिया गया है कि वो सुबह 9 बजे से दिन के 10:40 बजे के बीच मानव श्रृंखला बनाकर तैयार रहें। इसके साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय सेटेलाइट सवा बारह से एक बजे के बीच बिहार के ऊपर से गुजरेंगे और मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी करेंगे।
उन्होंने कहा कि पटना में मानव श्रृंखला की सुरक्षा के लिए दो हजार जवानों को तैनात किया जाएगा गांधी मैदान के आसपास स्थित ऊंची इमारतों पर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे।