मंगलसूत्र तोड़कर तमिलनाडु के किसानों ने किया प्रदर्शन
नई दिल्ली, 15 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों का प्रदर्शन रोज नया रुप लेकर सामने आ रहा है| इसी क्रम में शनिवार को सूखे की मार झेल रहे तमिलनाडु किसानों नें मंगलसूत्र तोड़कर प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि मंगलसूत्र एक पवित्र धागा होता है जो महिलाओं के द्वारा शादी के बाद पहना जाता है।
तमिलनाडु से आये ये किसान पिछले एक महीने से ज्यादा समय से अपनी मांगों को लेकर यहां जमें हुए हैं। किसानों ने यहां मंगलसूत्र पहन रखा था और उसे अपने गले से चाकू से तोड़ दिया और दुखद गीत गाना शुरु कर दिया जो मृत्यु होनेे के बाद गाया जाता है। प्रदर्शनकारी किसानों का नेतृत्व कर रहे अय्याकन्नू ने बताया कि ये किसान ऐसा इस लिए कर रहे हैं क्योंकि उनका संकेत है कि हमारी महिलाओं के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। लागातार किसानों की मृत्यु हो रही है और उनकी पत्नियों को विधवा जीवन गुजारना पड़ रहा है।
किसानों का कहना है कि जब तक वह पीएम से मिलकर अपनी समस्या नहीं सुना देते और राष्ट्रीयकृत बैंकों के द्वारा गिरवी जमीन छोड़ी नहीं जाती और कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड की स्थापना नहीं होती, तब तक वह तमिलनाडु वापस नहीं जाएंगे।
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इसके पहले बीते सोमवार को तमिलनाडु के किसानों का धरना-प्रदर्शन जंतर-मंतर से साउथ ब्लॉक तक पहुंच गया था। धरना दे रहे किसानों के प्रतिनिधिमंडल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलवाने के लिए पीएमओ लाया गया था। लेकिन पीएम से न मिल सकने के कारण नाराज किसानों ने बीच सड़क पर कपड़े उतारकर प्रदर्शन शुरु कर दिया था ।
जंतर-मंतर पर तमिलनाडु के सूखा पीड़ित किसान सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी बदहाली की ओर खींचने के लिए गले में खोपड़ी पहनने से लेकर सड़क पर सांभर-चावल और मरे हुए सांप-चूहे खाने तक, इन किसानों ने कई सांकेतिक तरीकों का सहारा लिया। सूखे के कारण उनकी फसल मारी गई है।