बड़े नोट बंद होने के कई दिन बीतने के बाद भी लोगो की मुश्किलें नहीं हो रही कम.
केशव भमि नेटवर्क = मुंबई से सटे पालघर जिला में 1000 और 500 के नोटों के बंद होने के कई दिन बीत जाने के बाद भी लोगो की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही है . लोग 1000 और 500 के नोटों को जमा करने व उसे एक्सचेंज करने के लिए सुबह से शाम तक बैंक में लाईन लगा कर खड़े रहते है ताकि एक मुशीबत से उन्हें छुटकारा मिल जाए .लेकिन सुबह से शाम तक बैंक में लाईन में खड़े रहने के बाद जैसे ही उन्हें एक परेशानी छुटकारा मिल रही वही दूसरी मुश्किल उनके कंधे पर सवार हो जा रही है . यह मुश्किल बैंक से मिलने वाले 2 हजार के नोट के छुट्टे पैसे को लेकर है जिसका छुट्टा दर दर भटकने के बाद भी नहीं मिल रहा है . अगर इस नोट को किसी दुकान पर ले जाकर कुछ सामान खरीदना चाहो तो दुकान दार छुट्टा पैसा नहीं होने का बहाना बता कर सामान देने से मना कर देता है या किसी तरह सामान देने के लिए तैयार भी हुआ तो वह कम से कम 1500 या दो हजार का सामान लेने की बात कहने लगता है .
अभी तक नहीं पहुचे 500 के नए नोट .
सरकार भले ही सभी जगह खास कर ग्रामीण इलाको में 500 का नोट मिलने का दावा कर रही है लेकिन अभी तक किसी बैंक में या एटीएम व पोस्टऑफिस में 500 के नोट नहीं पहुच पाए है जिसके कारण लोगो को और मुश्किलों का सामना करना पड रहा है .साथ है पालघर ,बोईसर मनोर ,दहानू ,जव्हार ,विक्रमगढ़ ,तलासरी ,कासा व आस पास के क्षेत्रो में एटीएम पूरी तरह से ठप्प है जिसमे अगर कोई कोई एटीएम काम भी कर रहा तो वह भी चंद घंटो में दम तोड़ दे रहा है .इन क्षेत्रो में अभी तक 500की नई नोट नहीं पहुची चाहे वह बैंक हो या एटीएम .
छोटे बड़े धंधो में छाई उदासी .
बड़ी नोट बंद होने के बाद से कोई तबका इससे अछूता नहीं है चाहे वह ऑटो रिक्शा वाला हो चाहे फल ,सब्जी ,पान ,कपडा ,व अन्य दूसरा व्यापर करने वाला क्यों न हो सभी लोगो पर इसका असर सीधा सीधा दिखाई नहीं दे रहा पैसे की किल्लत के कारण लोग ऑटोरिक्शा में जाने के बजाय पैदल जाना पसंद कर रहे हैं . साथ ही रोज खाने वाली चीजो में भी बड़े पैमाने पर कटौती कर रहे हैं , जिसके कारण छोटे बड़े धंधे वालो पर इसका काफी असर पड़ा है .
को .ऑपरेटिव बैंक में 1000 और 500 का नोट बंद होने से किसान भी हुए परेशान .
को . ऑपरेटिव बैंक में 1000 और 500 का नोट लेने के लिए सरकार द्वारा लगाये गए प्रतिबंध के बाद ग्रामीण इलाके के किसानो को काफी निराशा हुयी है , क्योंकी पालघर जिला के विक्रमगढ़ , जव्हार , दहानु ,तालसारी व आस पास के क्षेत्रो के किसानो का सबसे ज्यादा खाता , ठाणे ग्रामीण बैंक , जव्हार अर्बन बैंक . व अन्य को . ऑपरेटिव बैंको में है , लेकिन मंगलवार से इन बैंको में 1000 और 500 के नोट लेने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया . जिसके बाद से सभी किसान परेशान है . उनका कहना है की दुसरे बैंको में हमारा खाता नहीं है इस लिए जब हम दुसरे बैंको में जा रहे है वह बैंक वाले हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रहे है