पटना 25 जनवरी : बेटियों को लेकर दिए बयान पर जदयू नेता शरद यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि उन्होंने अपने बयान को लेकर सफाई दी है लेकिन राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस बयान को लेकर उन्हें नोटिस जारी कर दिया है।
शरद यादव ने ये दिया था बयान…….
शरद यादव ने मंगलवार को बयान दिया था जिसमें उन्होंने बेटी की इज्जत की तुलना वोट से की थी।
बयान के बाद विवाद शुरू होने पर उनहोंने सफाई देते हुए कहा था कि मैंने कुछ गलत नहीं कहा। यादव बोले के बेटी और वोट के प्रति मोहब्बत एक सी होनी चाहिए। मैंने बिल्कुल गलत नहीं कहा, जैसे बेटी से प्यार करते हैं वैसे ही वोट से भी करना चाहिए तब देश और राज्य की सरकार अच्छी बनेगी।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए गिरते राजनीतिक स्तर और वोट खरीदने की कोशिशों पर शरद यादव चिंता जता रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर बेटी की इज्जत चली गई तो मोहल्ले और गांव की ही इज्जत जाएगी, लेकिन कहीं वोट बिक गया तो देश की इज्जत चली जाएगी।
यादव ने आगे कहा कि देश में वोट को लेकर बड़े पैमाने पर सब जबह समझाने की जरूरत है। बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है। हालांकि उनकी पार्टी जदयू यूपी में पैसे की कमी के चलते चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन उन्होंने वोट खरीदने की राजनीति पर चिंता जताई। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि किसी नेता को सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं।