बीएमसी में नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले महिला समेत 3 गिरफ्तार ,प्रॉपर्टी सेल की कार्रवाई
मुंबई. बीएमसी में नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह पर कार्यवाई करते हुए क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने जॉब फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है. इस मामले में महिला समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी बेरोजगार युवकों को बीएमसी में नोकरी दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी का शिकार बनाते थे. आरोपी युवकों को फर्जी अपाइंटमेंट लेटर भी देते थे.
प्रॉपर्टी सेल के प्रभारी पुलिस निरीक्षक केदारी पवार को सूचना मिली कि कुछ लोग बीएमसी में बेरोजगार युवकों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे और पुलिस उपायुक्त प्रकाश जाधव के मार्गदर्शन में प्रॉपर्टी सेल की प्रभारी पुलिस निरीक्षक केदारी पवार, पुलिस निरीक्षक धीरज कोली, सहायक पुलिस निरीक्षक लक्ष्मीकांत सालुंखे, सुनिल माने, अमित भोसले एवं हवलदार नंदकुमार पवार की टीम ने ट्रैप लगाकर एक महिला को पकड़ा.
महिला की पहचान सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी प्रीति पदमाकर ठक्कर (66) के रूप में हुई. वह मुंबई महानगर पालिका के पानी आपूर्ति विभाग में बेरोजगार युवक को नोकरी लगवाने के बदले 3 लाख 50 हजार रुपए की मांग कर रही थी. पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो पता चला कि उसने कई युवकों को इस तरह धोखाधड़ी का शिकार बनाया है. पुलिस ने प्रीति के निशानदेही पर उसके दो और साथियों प्रकाश तुकाराम सदाफुले (62) और नितिन धोत्रे (39) को गिरफ्तार किया है. नितिन बीएमसी में कर्मचारी है. जबकि प्रकाश बीएमसी का सेवानिवृत्त कर्मचारी है.