बिहार : दीक्षांत समारोह के लिए विश्वविद्यालयों में बदला ड्रेस कोर्ड
नई दिल्ली (3 सितंबर): बिहार में नए राज्यपाल के रूप में लालजी टंडन के कार्यभार संभालने के साथ ही राज्य के विश्वविद्यालयों में हलचलें तेज हो गई है। राज्य में दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम और ड्रेस कोर्ड तय कर दिए गए हैं। नए ड्रेस कोर्ड महिला ग्रेजुएट के लिए सलवार कुर्ता या साड़ी परिधान है जबकि पुरुष के लिए कुर्ता पायजामा या धोती कुर्ता में नजर आना होगा। इतना ही नहीं दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले कुलाधिपति से लेकर मुख्य अतिथि तक के ड्रेस में बदलाव किया गया है। तमाम अतिथियों के लिए मालवीय पगड़ी अनिवार्य कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक राजभवन ने दीक्षांत समारोह को महत्वपूर्ण मानते हुए इसके आयोजन में किसी प्रकार की ढील न देने का फैसला लिया है। विश्वविद्यालयों की रेटिंग में दीक्षांत समारोह के आयोजन को एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। बिहार के विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह के नियमित आयोजन की परंपरा नहीं रही है। पटना विश्वविद्यालय, नालंदा खुला विश्वविद्यालय व एक-दो अन्य विश्वविद्यालयों को छोड़ दिया जाए, अन्य स्थानों पर दीक्षांत समारोह काफी लेट आयोजित होते हैं। अब कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी।
राजभवन की ओर से राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों के लिए दीक्षांत समारोह का कैलेंडर निर्धारित कर दिया गया है। विश्वविद्यालयों को दिशा-निर्देश जारी किया गया है कि निर्धारित कैलेंडर के आधार पर नवंबर माह में हर हाल में परीक्षा सत्र का दीक्षांत समारोह आयोजित करा लिया जाए। कुलाधिपति के आदेश से इसे सभी विश्वविद्यालयों को जारी कर दिया गया है। राजभवन की ओर से दीक्षांत समारोह के आयोजन व पोशाक डिजाइन से संबंधित स्टेट्यूट को मंजूरी प्रदान कर दी गई है।