बिहार : जलाभिषेक के दौरान गरीबनाथ मंदिर में मची भगदड़ , 25 से ज्यादा श्रद्धालु घायल
मुजफ्फरपुर, 13 अगस्त (हि.स.)| मुजफ्फरपुर शहर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में तीसरी सोमवारी को भोलेनाथ का जलाभिषेक करने जा रहे कांवड़ियों की भीड़ आमगोला के पास अनियंत्रित हो गई जिससे दो बार वहां भगदड़ मची। भगदड़ में 25 से ज्यादा कांवड़िए घायल हो गए|
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि कांवड़ियों के आने-जाने के लिए रस्सी से बैरिकेटिंग की गई थी किंतु अचानक बड़ी संख्या में कांवरियों करेला आ जाने के कारण रस्सी टूट गई और 2:30 बजे सुबह आम गोला के पास भगदड़ हुई जिसमें महिला पुरुष और बच्चे समेत कई श्रद्धालु घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ के अचानक बढ़ने और अनियंत्रित हो जाने के कारण वहां पद स्थापित पुलिस बल भी भाग चला। मंदिर में जल चढ़ाने जा रही ममता ने बताया कि इसके बाद कांवड़ियों की भीड़ का एक बड़ा जत्था फिर उमड़ पड़ा जिसकी वजह से लगभग 3:45 दोबारा भगदड़ हुई। ममता ने बताया कि प्रशासन ने 3 रस्सियों के सहारे बैरिकेटिंग की थी जो कांवड़ियों की भीड़ की वजह से टूट गई।
घटना की सूचना पाते ही 5:00 बजे सुबह अतिरिक्त पुलिस बल के साथ जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने स्थल पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रण में किया। भगदड़ में घायल श्रद्धालुओं को सदर अस्पताल भेजा गया।
उल्लेखनीय है कि बिहार सैन्य पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने हाल ही में मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक गरीबनाथ मंदिर में सावन की तीसरी और चौथी सोमवारी को होने वाली भीड़ को देखते हुए शहर के हर चौक-चौराहे पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। इस बैठक में बी एम पी के कमांडेंट क्षत्रनील को पुलिस बल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
इन सबके बावजूद शहर के फाकुली चौक, रामदयालु चौक और आमगोला ओवर ब्रिज के निकट स्टेटिक फोर्स नहीं लगाया गया था। इन स्थानों पर पर्याप्त संख्या में स्टैटिक फोर्स पुलिस बल तैनात की गई होती तो भीड़ पर काबू पाया जा सकता था।
प्रशासन ने इस घटना में घायल लोगों को सदर अस्पताल भेजा जबकि कुछ घायल निजी क्लीनिक में भी इलाज करा रहे हैं। मामूली रूप से घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर छोड़ दिया गया।
इस बीच गरीबनाथ मंदिर के निकट रहने वाले पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि सभी प्रशासन के अनुमान से कांवड़िया बड़ी संख्या में आ रहे हैं| इसकी वजह से सारी की सारी प्रशासनिक व्यवस्था धरी की धरी रह जाती है। मनीष ने कहा कि दूसरी सोमवारी से पहले कि रविवार की रात को भी शहर के अघोरिया चौक के निकट भगदड़ हुई थी और पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा था। हालांकि उस भगदड़ को पुलिस ने नियंत्रित कर लिया था किंतु तीसरी सोमवारी को ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं को पुलिस संभाल नहीं पाई।
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प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मनीष ने कहा कि गरीबनाथ मंदिर जाने के रास्ता में प्रशासन ने परिवर्तन कर दिया है| हरी सभा चौक के निकट से प्रभात सिनेमा होते हुए अत्यंत संकरे रास्ते से श्रद्धालुओं को अंदर भेजा जा रहा है जिसकी वजह से इस तरह की परेशानियां हो रही है। उसने कहा कि हरी सभा चौक की तरफ से डी एन सिंह उच्च विद्यालय होकर जाने वाले चौड़े रास्ते को रास्ते को प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए बंद कर दिया है| उन्हें संकरे रास्ते से भेज रहा है। इन संकरे रास्तों पर भी बैरिकेटिंग की गई है जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति बनी हुई है।
मनीष के अनुसार विगत दो-तीन वर्षों से अनुमान से अधिक कांवड़िए आ रहे हैं जिसकी वजह से हर साल यहां भगदड़ हो रही है। उसने कहा कि पिछले वर्ष भी यहां ऐसी ही भगदड़ हुई थी।
सावन की तीसरी सोमवारी पर मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ में सुबह से अब तक दो लाख से अधिक लोगों ने जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का सैलाब उमड़ रहा है। आम गोला पुल पर रस्सी से बनी बैरिकेडिंग टूटने से कई कांवड़िए गिर कर घायल हो गए और कुछ बेहोश भी हो गए।
इस बीच पुलिस के जवानों ने बताया कि लाइन से आने के आग्रह को कांवड़ियों अनसुना कर दिया और पहले पहुंचने के क्रम में भगदड़ मच गई जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि सभी कांवड़ियों से लाइन में लगने का आग्रह करते रहे, लेकिन भीड़ में कोई सुनने को तैयार नहीं था।
विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवक घायलों और कांवरियों की सेवा में जुटे हुए हैं। जलाभिषेक के लिए मंदिर परिसर से काफी दूर तक महिलाएं और बच्चे लाइन में लगे हैं। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है।
इस बीच डीपीआरओ ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन और सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों से थोड़ी बहुत उत्पन्न परेशानियों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया है।