बच्चों का इस प्रकार बढ़ायें हौंसला
सभी लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे जीवन में आगे बढ़ते रहें पर जब किसी कारणवश कोई बच्चा उनकी उन आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाता तो वे नाराज होकर उसे डांटने लगते है। ऐसा करना बिल्कुल गलत है, इससे बच्चे का जहां हौंसला टूटता है। वहीं उसके मन में अभिभावकों के प्रति लगाव भी कम हो जाता है। असफलता की आशंका से उसका डर बढ़ता जाता है जिससे उसका आत्मविश्वास भी कम होने लगता है। इसलिए बच्चे की कमियों को न गिनाते रहें बल्कि उसे अपनी गलतियों को ठीक कर जिंदगी में हमेशा आगे बढ़ने का जोश दिलायें। इसके लिए उन्हें प्रेरणादायक बातें बतायें।
आगे बढ़ने प्रेरित करें
बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने और उनकी सोच को सकारात्मक बनाने के लिए बच्चे को रोज यह बात कहें कि हमें तुम पर गर्व है। अगर वह पढ़ाई या खेल में नंबर वन नहीं बन पाया तब भी उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दे। उसकी किसी अन्य से तुलना न करें।
हम तुम्हारे साथ हैं
अभिभावकों की डांट या पढ़ाई में निराशा हासिक होने के बाद बच्चे अक्सर तनाव में चले जाते है। इससे वह अवसाद के भी शिकार हो सकते हैं। ऐसे में उसे तनाव से दूर रखने के लिए उनके साथ समय बितायें। उसे यह बात जरूर कहें कि हम तुम्हारे साथ है।
भरोसा रखें
सभी अभिभावक चाहते है कि उनका बच्चा पढ़ाई में अच्छे नंबर लाए। अगर बच्चा अच्छे नंबर नहीं लाता तो उसपर ज्यादा दबाव डालने के बजाए, उसपर अपना भरोसा दिखाए।
इससे बच्चा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होगा और आगे अच्छे नंबर लेने की कोशिश जरूर करेगा।
बच्चों की सलाह लें
अक्सर अभिभावक बच्चों के करियर का चयन करते समय अपनी राय आगे रख देते है जबकि बच्चे की क्षमताएं और पसंद देखकर ही कोई निर्णय करना ठीक रहता है। इसके अलावा घर के अन्य फैसलों में भी बच्चों से उनकी राय लेनी चाहिये। इससे उसका मनोबल बढ़ेगा।
अच्छे काम की प्रशंसा करें
बच्चा चाहें जैसा भी है लेकिन अपने अभिभावकों से प्रशंसा सुनना चाहता है। इसलिए उसे रोज किसी-किसी अच्छे काम में शाबाशी देने में पीछे न रहें। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो बच्चा भी आपको निराश नहीं करेगा।