प्राचीन मंदिर से अष्टधातु की बेशकीमती मूर्तियां चोरी
महोबा, 19 सितम्बर (हि.स.)। जिले की कुलपहाड़ तहसील के महोबकंठ थाने के पिपरी गांव की आबादी के बीच बने अति प्राचीन मंदिर में विराजमान भगवान राम जानकी व लक्ष्मण की बहुमूल्य प्रतिमाएं सोमवार की रात चोरी हो गईं। मंगलवार की सुबह मंदिर की सफाई करने पहुंचे पुजारी ने दरवाजे का ताला टूटा देखा तो उसके होश उड़ गए। जब वह अंदर पहुंचा तो मूर्तियां गायब थी।
थ्पपरी गांव के लोगों के मुताबिक यह मंदिर पांच सौ साल से भी अधिक पुराना है। गांव के ही शीतल प्रसाद अवस्थी इसकी देखरेख व पूजा किया करते थे सोमवार को भोग प्रसाद के बाद शयन आरती कर शीतल प्रसाद मंदिर में ताला लगाकर अपने घर चला गया। मंगलवार की सुबह सफाई करने पहुंचा तो दरवाजे का ताला टूटा व मूर्तियां गायब देख उसके होश उड़ गए। चंद पलों में ही मंदिर से मूर्तियां चोरी होने की खबर पूरे इलाके में फैल गई।
खबर मिलते ही थाना पुलिस के अलावा सीओ कुलपहाड़ व एसपी अनीस अहमद भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के मुताबिक मूर्तियां बेहद पुरानी व अष्टधातु की हैं। अंतराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। इस वर्ष में मूर्ति चोरी की यह तीसरी घटना है। साल के प्रारंभ में ही श्रीनगर थाने के भड़रा गांव के प्राचीन मंदिर से भी बहुमूल्य मूर्तियां चोरी की गईं थी। मंदिर के पुजारी महेंद्र मिश्रा ने इसका मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके पूर्व खरेला थाने के कुडार व पुन्नियां गांव के मंदिरों से भी मूर्तियां चोरी की गई।
खास बात है कि मूर्ति चोरी की बढ़ती घटनाओं के पीछे पुलिस की निष्क्रियता भी कम जिम्मेदार नहीं है। पुन्नियां की मूर्तियां तो पुलिस ने गहरौली गांव के पास से बरामद कर ली थीं पर चोरी किसने की इसका खुलासा अब तक नहीं हो सका। भडरा से मूर्ति चोरी की घटना के पूरे दस माह बाद अब तक पुलिस के हाथ खाली है। यही वजह है कि चोरों के हौसले बुलंद हैं।