पुलिस की रेड में 50 हजार का इनामी नक्सली एरिया कमांडर गिरफ्तार
नोएडा (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन ऑलआउट के नतीजे उम्मीद से कहीं बेहतर मिल रहे हैं। उप्र पुलिस की सक्रियता के चलते राजधानी दिल्ली के पास से एक 50 हजार का इनामी नक्सली एरिया कमांडर गिरफ्तार किया गया है। जिस दिन से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजयपाल शर्मा शामली से स्थानांतरित होकर नोएडा आए हैं, राजधानी से सटे इस इलाके में धड़ाधड़ गिरफ्तारियां हो रही हैं।
अजयपाल शर्मा का इतना भय है कि उनके पदभार संभाले महीना भर भी नहीं हुआ और कई कुख्यात अपराधी खुद थाने पहुंचकर सरेंडर करने लगे हैं। पुलिस ने बताया कि सोमवार की आधी रात के करीब 11.30 बजे नोएडा के सेक्टर 20 में शातिर नक्सली सुधीर भगत को गिरफ्तार किया गया। सुधीर भगत बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि सुधीर भगत नक्सली कमांडर रहा है। बीती रात नोएडा के हरौला का नजारा बेहद गहमा-गहमी वाला रहा। नोएडा के थाना सेक्टर 20 के अंदर सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी बेहद अलर्ट, हथियारों से लैस, लाइन से लगी गाड़ियां और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल। अचानक नोएडा के नए कप्तान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अजय पाल शर्मा अपनी गाड़ी में बैठकर एक बड़ी रेड पर निकल पड़ते हैं।
पुलिस का काफिला नोएडा के हरौला एक घर के पास रुक जाता है। एसएसपी अजय पाल शर्मा पिस्टल लेकर पैदल ही एक चार मंजिला घर के एक कमरे के सामने जाकर रुकते हैं। कमरे के बाहर लगे ताले को तोड़ा जाता है। अजय पाल शर्मा बेहद तेजी से साथी पुलिसकर्मी के साथ कमरे के भीतर दाखिल होते हैं और कमरे के अंदर से एक व्यक्ति को पकड़कर बाहर लाते हैं। यह संदिग्ध कोई और नहीं बल्कि बिहार का मोस्ट वांटेड नक्सली एरिया कमांडर सुधीर भगत है। मौके पर ही एसएसपी अजय पाल शर्मा ने आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह नक्सली एरिया कमांडर है। उसने स्वीकार किया कि उसने कई ब्लास्ट किए हैं। पुलिस के मुताबिक, सुधीर भगत फर्जी पहचान पत्र के जरिए हरौला के मकान में सन 2015 से किराए पर रह रहा था।
सुधीर भगत गाजियाबाद के मोदीनगर के दिव्य ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई भी कर रहा था। सुधीर भगत पर कई हत्याओं के अलावा कई नरसंहारों में शामिल होने के आरोप हैं। दरअसल, सेक्टर 20 पुलिस ने एक सूचना के बाद कार्रवाई कर सुधीर भगत को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद की गई है। फिलहाल पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि सुधीर भगत के और कौन-कौन से साथी यहां छिपे हुए हैं और किस तरह से वह नक्सल गतिविधियों को नोएडा में रहते हुए अंजाम दे रहे थे।