पालघर : 10 करोड़ के ड्रग्स के साथ ,रऊफ लुलानिया समेत कई लोग गिरफ्तार, टेरर लिंक का भी संदेह.
MUMBAI ( Palghar drugs news ) : राजस्व ख़ुफ़िया निदेशालय (डीआरआई) ने मैफेड्रान (म्याऊ म्याऊ) ड्रग्स की तस्करी करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया हैं. डीआरआई के अधिकारियो ने पालघर के एक फैक्टरी पर छापेमार की .
फैक्टरी में म्याऊ म्याऊ ड्रग्स बनायीं जा रही थी. यहाँ से 10 करोड़ रूपये की ड्रग्स बरामद की गई है . इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं . ड्रग्स की खेप नेपाल के रास्ते दक्षिण अफ्रीका भेजी जाने वाली थी . दो आरोपियों को ड्रग्स की तस्करी के मामले में पहले भी 10 साल की सजा हो चुकी हैं . डीआरआई की मुंबई यूनिट के अधिकारियो ने 19 मार्च को गुप्त सुचना के आधार पर पालघर के कॉपरेटिव इंडस्ट्रियल स्टेट स्थित रैंबो पेंट की फैक्ट्री में छापा मारा . रैंबो पेंट फैक्ट्री काफी समय से बंद थी.
जेल में हुई थी दोस्ती.
फैक्ट्री में म्याऊ म्याऊ ड्रग्स बनाने और तस्करी करने का मास्टर माइंड भानुदास और वजाऊल कमर को बताया जा रहा हैं . दोनों की ड्रग्स की तस्करी के मामले में 10 साल की सजा हुई थी. सजा के दौरान जेल में उनकी दोस्ती हुई थी . तीन साल पहले जेल से बहार आये थे .
भानुदास एवं वजाऊल ने मेफेड्रान ड्रग्स की तस्करी का काला कारोबार शुरू करने का निश्चय किया. उन्होंने पालघर में काफी समय से बंद पड़ी रैंबो पेंट फैक्ट्री को किराए पर लिया . इस फैक्ट्री में केमिकल से मेफेड्रान ड्रग्स बनाना शुरू किया . भानुदास को मेफेड्रान ड्रग्स बनाने और वजाऊल को ड्रग्स की सप्लाई करने की जिम्मेदारी थी. गुजरात का रहने वाला मनीष सेशारिया केमिकल से मेफेड्रान ड्रग्स बनाता था . रौफ ( Rauf Lulania ) ने रैंबो पेंट फैक्ट्री को किराए पर दिलवायी थी.
विभिन्न केमिकल को मिलाकर बनाया जाता था मेफेड्रान ड्रग्स.
इस फैक्ट्ररी में विभिन्न केमिकल से मेफेड्रान ड्रग्स बनाया जा रहा था . यहाँ से 238 किलो मेफेड्रान ड्रग्स बरामद किया गया. जब्त किए गए ड्रग्स की अंतराष्ट्रीय बाज़ार में 10 करोड़ रूपये से अधिक की कीमत हैं . डीआरआई ने इस मामले में भानुदास मोरे (53), पप्पू चौधरी उर्फ़ वजाऊल कमर (48), रऊफ लुलानिया (50) और मनीष सेशारिया (32) को गिरफ्तार किया हैं .
भानुदास था वांटेड.
आतंकवादी निरोधक दस्ते ने वर्ष 2015 में ओशिवरा इलाके के एक अपार्टमेंट में छापेमारी कर 30 करोड़ रुपए का म्याऊ-म्याऊ ड्रग्स बरामद किया था . इस मामले में साजिद इलेक्ट्रिक (49) सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. साजिद की तफ्तीश में भानुदास का नाम सामने आया था . साजिद को भानुदास ड्रग्स की सप्लाई करता था . इस मामले में वह वांटेड था . एटीएस भानुदास को हिरासत में लेकर तफ्तीश करेगी.
परिवार से हो रही हैं पूछताछ.
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अधिकारी लुलालनिया फैमली समेत कई अन्य लोगो से भी पूछताछ कर रही हैं . जिसके बाद आरोपियों की संख्या बढ़ सकती हैं.
नशा बढाने के लिए किया जाता हैं मेफेड्रान ड्रग्स का इस्तेमाल .
वही कुछ जानकारों का कहना हैं यह केमिकल बहुत घातक होता हैं , जिसका प्रयोग नशा बढाने के लिए किया जाता हैं. साथ ही यह केमिकल रॉ पार्टी में परोसे जाने वाले ड्रग्स और शराब में कुछ मात्रा इस केमिकल का मिलाकर परोसा जाता हैं . जिससे ड्रग्स और शराब में नशे का प्रभाव बढ़ जाता हैं.