पालघर – फायरिंग मामले में गिरफ्तार भाईयों को मिली जमानत
पालघर पुलिस ने दो भाईयों को शक के आधार पर किया था गिरफ्तार
पालघर : मुंबई से सटे पालघर फायरिंग मामले में शक के आधार पर पालघर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए मोटरसायकिल व्यवसायी जुबेर और आसिफ धनानी इन दोनों सगे भाईयों को पालघर कोर्ट ने जमानत दे दिया है.
पालघर के चिकन व्यवसायी और पत्रकार जावेद लुलनिया पर दो अज्ञात लोगों द्वारा किये गए फायरिंग मामले में पालघर पुलिस ने इन्हें शक और लुलानिया द्वारा दर्ज कराये गए व्यान के आधार पर गिरफ्तार किया था. पालघर कोर्ट ने इन्हें पहले 5 दिन के लिए पुलिस हिरासत और बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा की यह घटना उस समय हुई जब इसी महीने 16 नवंबर कों रात में करीब पौने 10 बजे जावेद लुलनिया पालघर मनोर सड़क पर स्तिथ अपने चिकन के दुकान के बाहर खड़े थे. तभी दो अज्ञात मोटरसायकिल सवारयुवक उन पर गोली चलाकर फरार हो गए थे.
इस फायरिंग में जावेद लुलनिया को पीठ में गोली लगी थी. जिन्हें पहले इलाज के लिए पालघर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. डॉक्टरों नें प्रथम इलाज के बाद उन्हें मुंबई के लिए रेफर कर दिया था.जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां डॉक्टरों ने आपरेशन कर गोली को बाहर निकाला और अब लुलानिया की हालत खतरे से बाहर और स्थिर बतायी जा रही है.
धार्मिक ट्रस्ट को लेकर चल रहे है विवाद से शक गहराया
पालघर फायरिंग मामले में घायल हुए लुलानिया और शक के आधार पर गिरफ्तार हुए मोटरसायकिल व्यवसायी का पालघर में स्तिथ एक धार्मिक स्थल के ट्रस्ट की सदस्यता और ट्रस्ट को लेकर काफी सालो से विवाद चल रहा है. और दोनों पक्ष एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए काफी शिकायतें पुलिस प्रशासन में दर्ज कर रखा है. जिसमें कई मामले कोर्ट के अधीन भी है.
चल रहे इस विवाद देखते हुए और फायरिंग में घायल हुए लुलानिया द्वारा पुलिस में दर्ज कराये गए व्यान के बाद पालघर पुलिस ने इन दो सगे भाईयों को शक के आधार पर 20 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इन्हें शक था कि कही इन्हों नें तो नही सुपारी देकर यह फायरिंग करवाई है.
हालांकि की अगर सूत्रों की माने तो पुलिस को इन भाईयों के पास से कुछ हासिल नही हुवा है. और अब पुलिस को अब दूसरी दिशा में अपने जांच का दायरा बढ़ाना पड़ेगा.