पालघर नगर परिषद और PWD लोगो को मुफ्त में बाट रही है बिमारीया !
केशव भूमि नेटवर्क = पालघर में धुल के बवंडर से लोग परेशान .
पालघर में पालघर-माहिम मुख्य सडक की मरम्मत न करके आपस में राजनीति करके पालघर नगर परिषद और PWD लोगो को मुफ्त में बिमारिया बाट रही है , और पालघर के लोग इस सडक पर उड़ने वाले धुल के बवंडर और सडक की खस्ता हालत से काफी परेशान है . वही पालघर के कलेक्टर आभिजित बांगर समेत सभी आधिकारी कुम्भकरण की नीद सो रहे है .
दो साल पहले ठाणे जिला से अलग होकर पालघर नया जिला बनने के बाद लोगो को लगा था कि अब पालघर में बुनियादी सुबिधाए बेहतर होगी, लेकिन लोगो के सपनो पर पहले बारिश ने पानी फेर दिया , बारिश में पालघर रेलवे स्टेशन से माहिम की तरफ जाने वाली पालघर- माहीम सडक में कमर तोड़ गड्ढो का जाल बन गया था जिसके कारण पैदल चलने वाले से लेकर कार व अन्य गाड़ी से चलने वालों को इन सड़कों पर पड़े कमर तोड़ गड्ढे के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, इस सड़क पर हीचकोले खाते हुए आना जाना पड़ता था . कितनी बार इन गड्ढो में कई मोटर सायकल सवार गिर कर जख्मी भी हो गए थे . बारिश में इस सडक में बने गड्ढो को लेकर एनसीपी के कुछ नगर सेवको ने खूब राजनीति की थी , लेकिन जनता को उसका फायदा कुछ नहीं हुआ था , हालांकि इस सडक में बने गड्ढे को लेकर चारो तरफ हो रही किरकिरी को देखते हुए पालघर नगर परिषद ने इन गड्ढो को पत्थर के टुकडो और मट्टी से भर दिया था .और लोगो को आश्वाशन दिया था की बारिश के बाद इस सडक का निर्माण काम शुरू हो जाएगा , लेकिन अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं . उल्टा बारिस में गड्ढो में भरी गयी मट्टी अब गाडियों के गुजरते ही धुल का बवंडर बनकर उड़ रही है. जिसके कारण इस सडक से गुजरने वालो का जीना मोहाल हो गया है .और उडती धुल के कारण लोगो में कई बीमारिया फ़ैल रही है .
वही इस सडक निर्माण काम को लेकर कई महीनो से पालघर नगर परिषद और PWD में राजनित शुरू है. नगर परिषद के कुछ नगर सेवको का कहना है की यह सडक PWD की है इसका निर्माण पालघर नगर परिषद क्यों करे. वही PWD के अधिकारियो का कहना है इस सडक के निर्माण काम के लिए हमने नगर परिषद को परमिशन दिया है साथ ही सडक के दोनों किनारों पर नाले निर्माण के लिए भी हमने परमिशन दिया था जिसके बाद नगर परिषद ने उसी परमिशन पर कई करोडो की लागत से नाले का निर्माण करवाया है जिसके कारण इस सडक की यह हालत हुयी है इसलिए इस सडक का निर्माण काम उनको करना चाहिए .
बता दे बारिस के पहले नगर परिषद ने इस सडक के निर्माण काम के लिए करीब 6 करोड़ का टेंडर निकाला था और सडक का निर्माण काम भी शुरू होने वाला था लेकिन कुछ नगर सेवको के विरोध के कारण इस सडक निर्माण काम को रोक दिया गया .
खास बात यह है कि इस सड़कों से पालघर के कलेक्टर अभिजीत बांगर समेत जिला के आला अधिकारी प्रतिदिन दर्जनों बार आते जाते है ,लेकिन उन्हें भी इन सड़कों की खस्ता हालत और धुल के बवंडर से कोई फर्क नहीं पड़ता ? और यह सभी अधिकारी कुम्भकरण की नीद सो रहे है .