पालघर जिला : हफ्ते भर में 72 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा, 1300 कुत्तों की नसबंदी पर 19 लाख खर्च
मुंबई, 17 जनवरी, : पालघर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बिडको इलाके में एक सप्ताह पहले कुत्ते के काटने से एक 10 वर्षीय दिलखुश कुमार छात्र की मौत के बाद भी पालघर नगरपालिका प्रशासन और आरोग्य विभाग की ओर से कोई खास तैयारी नहीं की जा सकी है। इस बीच गत शुक्रवार को 9 लोगों को एक कुत्ते के काटने की घटना सामने आयी है। इनमें ज्यादार स्कूल के बच्चे हैं। इस मामले में सरकारी हॉस्पिटल से मिले आंकड़ों के अनुसार हर दिन लगभग 10 लोग आवारा कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे हैं।
एक सप्ताह में 72 लोगों के उपचार किए जाने की जानकारी मिली है। पालघर नगरपालिका क्षेत्र में दिलखुशकुमार की रेबीज़ से हुई मौत और क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या से नागरिकों में भय का वातावरण है। नागरिकों का आरोप है कि हम अगर नगरपालिका प्रशासन या आरोग्य विभाग को आवारा कुत्तों के बारे बताते हैं तो वहां से गैरजिम्मेदाराना जवाब मिलता है। पालघर नगरपालिका द्वारा एक वर्ष में लगभग 1300 कुत्तों की नसबंदी की गई है। इसपर 19 लाख 20 हजार रुपए खर्च किए जाने के बावजूद पालघर में कुत्तों की संख्या में कमी नहीं आयी है।
इस संबंध में प्राणी प्रेमी व समाजसेवी वैशाली राजेन्द्र चौहान का कहना है कि नगरपालिका के पास इन पागल कुत्तों को पकड़ने का उपाय न होने के कारण और परेशान नागरिकों की सूचना पर इन्हें मैं खुद पकड़ कर ले जाती हूं और उनका इलाज करवाती हूं।
वहीं पालघर नगरपालिका मुख्याधिकारी प्रशांत ठोमरे का कहना है कि हमारे पास आवारा कुत्तों को पकड़ने की यंत्रणा नहीं होने के कारण कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं कुछ प्राणी प्रेमियों की शिकायत की वजह से भी काम में रुकावट आई है। जल्द ही हम फिर से इस अभियान की शुरुआत करेंगे। (हि. स.)।