पर्स में जिन्दा कारतूस रखकर CM केजरीवाल से मिलने पहुंचा यह शख्स , पुलिस ने …….
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से एक युवक अपने पर्स में कारतूस रखकर मुलाकात करने आ गया. इस युवक का नाम मोहम्मद इमरान है. उसके पर्स से पुलिस ने .32 बोर का एक कारतूस बरामद किया है. पुलिस ने उसे अवैध कारतूस रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली में सीलमपुर का रहने वाला इमरान सीएम के जनता दरबार में अन्य 12 इमाम और मौलवियों के साथ दिल्ली वक्फ बोर्ड के कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने की मांग के साथ केजरीवाल से मुलाकात करने गया था.
सीएम निवास पर तैनात सुरक्षाबलों को उसकी तलाशी के दौरान उसके पर्स से .32 बोर का जिंदा कारतूस बरामद हुआ. इसके बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया और उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत सिविल लाइन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने उसने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली के करोल बाग स्थित मस्जिद बावली वाली में बतौर इमाम काम करता है. करीब 2-3 महीने पहले मस्जिद की दानपेटी में वह कारतूस मिला था. उसे वह यमुना नदी में फेंकना था, लेकिन उसने फेंकने की बजाय उसे अपने पर्स में रख लिया. पुलिस अभी भी उससे पूछताछ कर रही है.
बता दें, केजरीवाल पर दिल्ली सचिवालय में हाल ही में मिर्च पाउडर फेंक कर हमला कर दिया गया था. जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार और भाजपा पर निशाना साधा था. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा था, ‘केजरीवाल की हत्या’ की साजिश रची जा रही है. केजरीवाल ने भी कहा था कि उन पर हमला साजिश के तहत किए जा रहे हैं.
सोमवार को गुरुग्राम के गौशाला ग्राउंड में आयोजित स्कूल-अस्पताल रैली में लोगों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि मेरे ऊपर 2 साल के अंदर 4 हमले हुए. ये लोग मुझे मरवाना चाहते हैं. ये लोग मुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे. मुझे पता है कि मेरी जिंदगी बहुत छोटी है, लेकिन दोस्तों मेरी एक ही ख्वाहिश है कि जितने भी दिन जिंदा हूं, मेरी एक-एक सांस इस देश की सेवा के लिए जानी चाहिए. और जिस दिन मैं मरूं, मेरे शरीर के खून का एक-एक कतरा इस देश के लिए जाना चाहिए. मैं इनसे नहीं डरता. मैं मौत से नहीं डरता. इनको जो करना है, ये लोग कर लें.
साथ ही उन्होंने कहा, ‘मेरी सुरक्षा केंद्र सरकार के ऊपर है. प्रधानमंत्री जी के ऊपर है. भाजपा की केंद्र सरकार के ऊपर है. अगर 2 साल में 4 बार हमले होते हैं तो मन में तो आता ही है कि यही लोग करवा रहे हैं’. हाल में ही दिल्ली सचिवालय के भीतर अपने ऊपर हुए हमले का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा, “जिस दिन हमला हुआ था उसी दिन शाम को फोन आया राजनाथ जी का. बोले कि केजरीवाल जी कैसे हो? मैंने कहा कि आपने ही भेजा था. बस चूक हो गई आप लोगों से. वो तो मैंने चश्मा पहन रखा था नहीं तो आंखें खराब हो जाती’.